
शरीर का संपूर्ण स्वास्थ्य पाचन तंत्र पर निर्भर है। पाचन स्वस्थ रहने से ही शरीर स्वस्थ रहता है। देखा यही आएगी अनियमित दिनचर्या ,गलत खान-पान व नकारात्मक सोच से पाचन शक्ति कमजोर होने लगती है। ऐसे में पाचन में बाधा होने लगती है जिस से विषाक्त पदार्थ शरीर के बाहर नहीं जा पाते और शरीर में अनेकानेक रोग उत्पन्न हो जाते हैं।
वर्तमान परिवेश में बदलती जीवनशैली, खानपान की आदतें, दूषित पर्यावरण और प्रतिस्पर्धा जनित तनाव का पाचन तंत्र पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
इन कारणों से पाचन तंत्र पर पड़ रहा प्रतिकूल प्रभाव
1.भोजन के पोषक तत्वों और गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित न करके डिब्बाबंद प्रोसेस्ड फूड्स, पिज्जा, नूडल्स और बर्गर आदि को बच्चों से लेकर वयस्क तक काफी पसंद कर रहे हैं। डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों में प्रयुक्त प्रिजर्वेटिव्स किसी न किसी रूप से शरीर को हानि पहुंचाते हैं।
2. वर्तमान शैली में शारीरिक श्रम के अभाव के कारण वे विभिन्न खाद्य पदार्थों से जो कैलोरी ग्रहण करते हैं, उसे बर्न नहींकर पाते। यही स्थिति कालांतर में मोटापे की समस्या को बुलावा देती है। व्यायाम न करने से कब्ज की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। इसके अलावा समुचित रूप से पाचन तंत्र भी कार्य नहीं करता।
3.अधिक चिकनाई युक्त भारी भोजन भी पेट को खराब करता है। इस कारण लिवर में वसा संचित हो जाती है।
पाचन तंत्र स्वस्थ रखने के लिए अपनाएं ये उपाय
1.कम वसायुक्त आहार लें।
2. छिलके वाली दालों का सेवन करें।
3.सलाद का प्रचुर मात्रा में सेवन करें।
4.गरिष्ठ या भारी भोजन से परहेज करें।
5.जंकफूड तथा फास्ट फूड से परहेज करें।
6 दही व छाछ का प्रयोग करें।
7.रेशेदार फलों और सब्जियों का प्रचुर मात्रा में प्रयोग करें।
8.एक निश्चित वक्त पर खाना खाएं। सोने का भी वक्त निर्धारित करें।
9.अंकुरित मूंग, चना और मोटे अनाज और सोयाबीन का सेवन करें।