
नवविवाहिता की जांच कर परिवार नियोजन की दी जानकारी
वीएचएसएनडी दिवस पर गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया
औरैया, शनिवार को ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) का आयोजन शनिवार को आंगनबाड़ी केंद्रों पर किया गया। इस दौरान नव विवाहिता की खून की जांच की गई और गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच की गई। शिशु, गर्भवती माता, किशोरी, धात्री की जांच की गयी एवं टीका लगाया गया। इसके अलावा परिवार नियोजन संबंधी जानकारी भी दी गई।
शहर के मोहल्ला पुरवा भूपत में शनिवार को पोषण दिवस पर नव विवाहिताओं का पंजीकरण किया गया। आँगनबाड़ी कार्यकर्ता सुमन चतुर्वेदी ने बताया नवविवाहिताओं के खून की जांच करते हुए उन्हें परिवार नियोजन के बारे में भी बताया गया। आस-पास के मोहल्ले में गर्भवती महिलाओं व बच्चों के टीकाकरण की जानकारी पहले से दी गई थी। इसी क्रम में बच्चे टीकाकरण के लिए केंद्र पर पहुंचे ।
इस अवसर पर परिवार नियोजन सामग्री भी वितरित की गई। गर्भवती महिलाओं के हीमोग्लोबिन की जांच कर आयरन और कैल्शियम की टेबलेट देकर बताया गया कि आयरन की गोली रात में सोते समय नीबू पानी के साथ और कैल्शियम की गोली सुबह शाम खाने की सलाह दी गई। आयरन की गोली नीबू पानी के साथ खाने से उसका अवशोषण सही से हो जाता है। शुरुआत में आयरन की गोली खाने से दिक्कत हो सकती है लेकिन इसके नियमित सेवन से हीमोग्लोबिन की मात्रा बनी रहती है और महिलाओं को एनीमिक (रक्त की कमी) होने का खतरा समाप्त हो जाता है।
इस मौके पर एएनएम संतोषी पाल ने बताया कि पोषक तत्वों को खानपान में जरूर शामिल करें। अपने भोजन में चतुरंगी आहार (दाले, दूध, हरी साग सब्जी, अनाज, अंडा) आदि को शामिल कर उनका नियमित सेवन करें। इसके साथ ही खानपान के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। हाथों की सफाई बहुत जरूरी है। आशा उमा देवी ने गर्भवती महिलाओं को दिन में दो घंटे और रात में आठ घंटे आराम करने की सलाह दी ।
वीएचएनडी में मिलने वाली सेवाएं
वीएचएनडी के जरिये गर्भवती को प्रसव पूर्व मिलने वाली सेवाओं में शीघ्र पंजीकरण और मातृ-शिशु सुरक्षा कार्ड भरा जाना, ब्लड प्रेशर-हीमोग्लोबिन आदि की जाँच, आयरन और कैल्शियम की गोलियों का वितरण, टिटनेस का टीका लगाना, आंगनबाड़ी केंद्र से राशन का वितरण, संस्थागत प्रसव के महत्त्व और लाभ की जानकारी देना और उसके लिए प्रोसाहित करना शामिल है । जन्म के तुरंत बाद शिशु को स्तनपान कराने और छह माह तक केवल स्तनपान कराने से बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास के बारे में जानकारी देना। किशोरियों को साप्ताहिक आयरन की गोलियों का वितरण, एनीमिया की पहचान और उपचार के अलावा मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता सम्बन्धी जानकारी देना शामिल है। इसके अलावा कंडोम, गर्भ निरोधक गोलियां और आपातकालीन गर्भ निरोधक गोलियां आशा के माध्यम से इस दिवस पर उपलब्ध करायी जाती हैं।