
रविवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए डा. शुऐब चिश्ती नईमी बताया कि जुलूस 17 दिसम्बर को सुबह 10 बजे पचराहे से शांतिपूर्ण ढंग से कचहरी तक जाएगा। जहां पर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा जाएगा। मौलाना तारिक शम्सी ने कहा कि धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले हिन्दू, मुसलमान, दलित व पिछड़े समाज के लोग शामिल होंगे। मौलाना वाजिद अशरफी ने कहा कि भारतीय संविधान में देश के हर नागरिक को समानता का अधिकार दिया गया है। कारी सरफराज आलम ने कहा कि संसद द्बारा पारित यह विधेयक संविधान की भावना और इसकी मूल संरचना का उल्लंघन करता है। वार्ता के दौरान मौलाना जरजीस अंसारी, हाफिज मो. अहमद चिश्ती, वसीम चौधरी, खादिम अब्बास, मौलाना वसीम कासमी, नवी मंसूरी, अय्यूब अली, संदीप भारतीय, अभिषेक आजाद, एसएम मुस्तकीम, इमरान अहमद आदि मौजूद रहे।
Report - Abhishek Saxena