
रिपोर्ट - मनोज सिंह । कानपुर देहात ।
भ्र्ष्टाचार पर जीरो टालरेंस की बात करने वाली यूपी की योगी सरकार में जमकर भ्र्ष्टाचार किया जा रहा है एक ओर जहाँ सीएम योगी शासन में तैनात सभी अधिकारियो को भ्र्ष्टाचार मुक्त कार्य करने की हिदायत देते नजर आते है तो वही दूसरी ओर उनके ही अधिकारी शौचालय में भ्र्ष्टाचार कर उनकी साख पर बट्टा लगाते हुए उनके आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे है ।

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना हर घर में शौचालय में अपना । प्रधानमंत्री की महत्वपूर्ण योजना स्वच्छ भारत अभियान के तहत सरकार हर घर को शौचालय दे रही है लेकिन ग्राम पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान मिलकर उनके इस मिशन को पलीता लगा जमकर भ्र्ष्टाचार कर रहे है । हर घर में शौचालय के लिये सरकार लाभार्थी को दो किस्तों में 12000 रुपये देती है लेकिन सरवन खेड़ा ब्लाक के कुरवा खुर्द गांव में ग्राम प्रधान पूनम देवी के द्वारा किसी लाभार्थी को पैसा नही दिया गया बल्कि खुद ही प्रधान पति ठेकेदार बन गाँव में सभी का शौचालय बनाने की ठेकेदारी ले ली और फिर इसके बाद शुरू हुआ भ्र्ष्टाचार का काला खेल । सरवन खेड़ा ब्लाक के कुर्वा खुर्द गाँव ग्राम पंचायत सचिव शैलेंद सचान और ग्राम प्रधान पूनम देवी ने मिलकर शौचालय निर्माण में 4 लाख 45 हजार का भ्र्ष्टाचार किया लोगों के बनने वाले शौचालयों में खेल किया गया गाँव में बहुत से लोगो के यहाँ शौचालय ही नही बने तो कुछ लोगो के यहाँ आधे शौचालय बनाकर ही छोड़ दिए गए है गाँव के लोगो की मानें तो गाँव का दिव्यांग वृद्ध शौचालय की मांग करता रहा लेकिन उसे शौचालय नही मिला कुछ महीनों बाद की वृद्ध की मौत हो गयी इसके बाद उसके परिवार को शौचालय दिया गया था लेकिन 5 महीने बीत जाते के बाद भी अधूरा पड़ा है । वही गाँव के बहुत से लोग ऐसे है जिनके घर शौचालय नही बने है जो आज भी शौचालय की आस लगाए बैठे है सरकार और अधिकारियो को गुमराह करने के लिये गाँव के बाहर खुले में शौंच मुक्त गाँव का बोर्ड लगा दिया और जमकर भ्र्ष्टाचार किया। वही गाँव के लोगो के द्वारा जब इसकी शिकायत जिले के अधिकारियो से की गयी और अधिकारियो द्वारा जाँच करायी गयी तो ग्राम पंचायत सचिव शैलेंद सचान और ग्राम प्रधान पूनम देवी का पूरा खेल सामने आ गया जिसमे 4 लाख 45 हजार से अधिक भ्रष्टाचार करने का मामला सामने आया । वही गाँव के ग्रामीण भी पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान पर भ्र्ष्टाचार करने का आरोप लगा रहे है
वही शिकायत आने के बाद जनपद के मुख्य विकास अधिकारी जोगिंदर सिंह की माने तो पूरे मामले की जाँच कराई गयी है 4 लाख 45 हजार का भ्र्ष्टाचार पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान द्वारा किया गया है पैसे की रिकवरी करने के आदेश दिए गए है