न्यूज़ डेस्क - निर्भया गैंगरेप एक दोषी अक्षय ठाकुर की दया याचिका राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने खारिज कर दी है. आपको बता दे अक्षय ठाकुर ने शनिवार शाम को राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजी थी. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने अक्षय ठाकुर की दया याचिका को ठुकरा दिया है.
आपको बतादे राष्ट्रपति अब तक 4 दोषियों में से 3 की दया याचिका ठुकरा चुके हैं. निर्भया के दोषी मुकेश, विनय और अक्षय ठाकुर ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजी थी जिसे वे खारिज कर चुके हैं.
निर्भया के साथ 16 दिसंबर 2012 की देर रात चलती बस में गैंगरेप किया गया था. आपको बतादे गैंगरेप के एक सप्ताह ही बाद सिंगापुर के एक अस्पताल में निर्भया की मौत हो गई थी. दिल्ली में हुई घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था.
निर्भया गैंगरेप केस के बाद विरोध प्रदर्शन पूरे देशभर हुआ था. जिसके बाद रेप और महिला अपराधों से संबोधित कानूनों में बदलाव किया गया था. निर्भया गैंगरेप और मर्डर मामले में मुकेश, राम सिंह, विनय, अक्षय और एक किशोर को आरोपी बनाया गया था.
निर्भया गैंगरेप केस के मुख्य आरोपियों में से एक राम सिंह ने कथित तौर पर तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली थी. राम सिंह ने तभी आत्महत्या की थी जब मामले की सुनवाई शरू ही हुई थी.
एक नाबालिग दोषी 3 साल की सजा काटने के बाद साल 2015 में रिहा हो गया था. दोषी किशोर को सुधारगृह में रखा गया था.
आपको बतादे राष्ट्रपति अब तक 4 दोषियों में से 3 की दया याचिका ठुकरा चुके हैं. निर्भया के दोषी मुकेश, विनय और अक्षय ठाकुर ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजी थी जिसे वे खारिज कर चुके हैं.
निर्भया के साथ 16 दिसंबर 2012 की देर रात चलती बस में गैंगरेप किया गया था. आपको बतादे गैंगरेप के एक सप्ताह ही बाद सिंगापुर के एक अस्पताल में निर्भया की मौत हो गई थी. दिल्ली में हुई घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था.
निर्भया गैंगरेप केस के बाद विरोध प्रदर्शन पूरे देशभर हुआ था. जिसके बाद रेप और महिला अपराधों से संबोधित कानूनों में बदलाव किया गया था. निर्भया गैंगरेप और मर्डर मामले में मुकेश, राम सिंह, विनय, अक्षय और एक किशोर को आरोपी बनाया गया था.
निर्भया गैंगरेप केस के मुख्य आरोपियों में से एक राम सिंह ने कथित तौर पर तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली थी. राम सिंह ने तभी आत्महत्या की थी जब मामले की सुनवाई शरू ही हुई थी.
एक नाबालिग दोषी 3 साल की सजा काटने के बाद साल 2015 में रिहा हो गया था. दोषी किशोर को सुधारगृह में रखा गया था.