
जिलाधिकारी द्वारा कराई गयी यात्रियों को गन्तव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था
कानपुर नगर, करोना वायरस के बढते प्रकोप के साथ ही अन्य शहरो के साथ कानपुर में भी लाॅकडाउन किया गया है लेकिन यहां
बाहर से यात्रियों का आना जारी है।
मंगलवार की सुबह भी प्राइवेट वाहनो के माध्यम से कुछ लोग झकरकटी पहुंचे। इन यात्रियों
का कहना था कि वह दूसरे शहरो में काम करते है और अब जब सभी जगह लाॅकडाउन हो गया है ऐसे में वह अपने घर वापस जा
रहे है।
मंगलवार को सुबह 11 बजे तक जनता को प्रशासन द्वारा खरीदारी के लिए राहत दी गयी थी। इसी दौरान आस
पास के शहरो में काम करने वाले लोग किसी प्रकार कानपुर पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद वह अपने गंतव्य तक जाने के लिए झकरकटी
बस अड्डे पहुंच गये लेकिन यहां कोई बस न चलने के कारण वह सभी लोग यहीं फंस कर रह गये। लोगों ने बताया कि वह सुबह यहां
आ गये थे, अब तक उन्हे घर जाने के लिए कोई साधन नही मिला वहीं प्राइवेट गाडियां भी नही मिली। लोगों ने बताया कि दुकाने बंद
होने के कारण उन्हे कहीं खाना नही मिल पा रहा है।
वहीं बस स्टाप पर मौजूद कर्मचारी धीरज ने बताया कि इमरजेंसी में उन्हे सोमवार की
देर रात बुला लिया गया उनके साथ एक अन्य हेल्पर मौजूद है लेकिन यहां कोई सुविधा नही है सुबह से खाना नही दिया गया है, दुकाने बंद
होने के कारण वह लोग भी भूखे है और चाय पर निर्भर है। धीरज ने यात्रियांे को लेकर कहा कि लाॅकडाउन होने के कारण यात्रियों की काफी
कम संख्या है
वहीं जिलाधिकारी द्वारा फंसे हुए यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के निर्देश दिये गये है। बताया जिस स्थान के 50 यात्री हो
जाते है उन्हे बस द्वारा भेजा जाता है और यात्री की संख्या 50 होने पर जिलाधिकारी द्वारा आदेश पर हस्ताक्षर होने के बाद यात्रियों को भेजा
जाता है।