नैमिष शुक्ल
सीतापुर। महोली पुलिस की कार्य शैली पर लग रहे सवालिया निशान पाँच दिन बीत जाने के बाद भी कार्यवाही के नाम पर पीड़ित को मिल रहा कोरा आश्वासन कही महोली कोतवाली पुलिस भी ठगों के मकड़जाल में तो नही फस गयी ।
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जनपद में एक ऐसा मामला प्रकाश में आता दिख रहा है कि जिसमे पुलिस के नाम पर राहत दिलाने के वास्ते बसपा पार्टी के कार्यकर्ता बताकर विजिटिंग कार्ड के मोनोग्राम की धमक में राहत दिलाने के नाम पर 70000 रुपयों की सियाराम व अजय पाल ने सुमन देवी पत्नी शिव सागर से ठगी कर लिया जिसकी शिकायत पीड़िता पुलिस अधीक्षक सीतापुर से 23 दिसंबर 2020 को की थी लेकिन आज 28 दिसम्बर 2020 तक न तो महोली कोतवाली पुलिस ने पीडित महिला की हुई ठगी का रुपया वापस करा सकी है न ही अभी तक उन लोगो के विरुद्ध कोई सशक्त कार्यवाही ही अमल में लायी जा सकी है जब इस सम्बंध में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक महोली से जानकारी की गयी तो उन्होंने यह कह कर इतिश्री कर दिया कि दोनो पक्षो को बुलवाया गया है कार्यवाही की जाएंगी वही इस प्रकरण में आज समाचार लिखे जाने तक पाँच दिन बीत जाने के बाद भी कार्यवाही की जाएगी का कोरा आस्वाशन ही मिलता दिख रहा है यह पीड़ित महिला का कहना है ।
देखना यह है कि पीड़ित महिला द्वारा दिए गए पुलिस अधीक्षक सीतापुर को प्रार्थनापत्र में पीड़ितों को राहत भी मिलेगी या वही उन पीड़ित महिला को उन लोगो द्वारा लगातार डराया धमकाया जाता रहेगा उन लोगों का कहना है कि अगर कुछ भी मेरे खिलाफ किया गया तो यह कर दूँगा वह कर दूँगा कहकर उन महिलाओं का घर से निकलना भी लगभग बंद होता दिख रहा है आगे इस प्रकरण में क्या होगा यह तो भविष्य के गर्भ में है वहरहाल महोली कोतवाली पुलिस की सुस्त कार्यशैली पर सवालिया निशान लग रहा है कही महोली कोतवाली पुलिस भी ठगों के मकड़जाल में फस तो नही गयी जिससे कार्यवाही के नाम पर आश्वासन देती ही नजर आ रही है ।
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