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बर्ड फ्लू को लेकर जिला स्तरीय रैपिड रेस्पांस टीम गठित


रिपोर्ट्: शत्रुघ्न सिंह

- जिला स्तर पर बना कंट्रोल रूम, किसी तरह की समस्या होने पर दें सूचना


उरई/जालौन। बर्ड फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तरफ  से पूरी सतर्कता बरती जा रही है। बर्ड फ्लू का फिलहाल जनपद में अभी कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। जिला स्तरीय कंट्रोल रूम की स्थापना के साथ ही रैपिड  रेस्पांस टीम का भी गठन कर दिया गया है। यही नहीं जिला पुरुष चिकित्सालय में एक वार्ड भी आरक्षित कर दिया गया है।

             मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ऊषा सिंह ने बताया कि पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय करके बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। फिलहाल कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन विभाग हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

     सीएमओ कार्यालय में तैनात महामारी रोग विशेषज्ञ महेंद्र कुमार ने बताया कि पशुपालन विभाग से हर दिन  अपडेट लिया जा रहा है। प्रतिदिन शासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है। जागरुकता संबंधी काम भी हो रहे हैं। लोगों को सचेत किया जा रहा है कि पक्षियों विशेषकर मुर्गियों से दूरी बनाए रखें। किसी तरह की बीमारी फैलने पर तत्काल कंट्रोल रूम या रैपिड रेस्पांस टीम को अवगत कराएं।


जिला रैपिड रेस्पांस टीम में यह विशेषज्ञ हैं शामिल

उरई अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सत्य प्रकाश, मेडिकल कालेज की पैथालॉजिस्ट डॉ रेनू सिंह, माइक्रो बायोलॉजिस्ट डॉ गोपाल, जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ राहुल सचान, जिला महिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ एसके पाल, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ नीरज, जिला खाद्य एवं औषधि अधिकारी डॉ प्रियंका सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ जीएस स्वर्णकार, नगरीय प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ जितेंद्र कुमार, ऐपीडेमियोलाजिस्ट महेंद्र कुमार, लैब टेक्निशियन  गोविंद नारायण, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक महेंद्र तिवारी शामिल हैं।

जिला स्तरीय कंट्रोल रूम का नंबर- 05162-252516


क्या करें----------

- मृत पक्षी की सूचना तत्काल जिला स्तरीय कंट्रोल रूम को दें।

- अच्छी तरह पकाए गए मांसाहार से बर्ड फ्लू नहीं फैलता है। इसलिए अच्छी तरह से पकाकर ही खाएं।

- मुर्गी व पक्षियों के पालने के स्थान और फार्म के आस-पास सफाई व्यवस्था अच्छी रखें।

- पक्षियों को छूने के बाद तत्काल एंटीसेप्टिक लोशन से अच्छी तरह से हाथ धोएं।

- बर्ड फ्लू से संक्रमित पक्षी के संपर्क में आने पर चिकित्सक की सलाह पर ही दवा का सेवन करें।


क्या न करें---------

- मृत पक्षी को कतई न छुएं।

- अफवाहों पर ध्यान न दें।

- जिन क्षेत्रों में बर्ड फ्लू की सूचना प्राप्त हो  उसके आस-पास भ्रमण न करें।

- संक्रमित पक्षियों के सीधे संपर्क में आने से बचें। उन्हें हाथों से दाना आदि न खिलाएं।

- मुर्गी या अन्य पक्षियों को खुले वाहनों में परिवहन न करें।

लक्षण-----

मनुष्य में बर्ड फ्लू मुर्गी के संपर्क में आने और संक्रमित मुर्गी का मांस खाने से फैल सकता है। सांस लेने में दिक्कत, खांसी व छींक आना, आंखों व नाक से पानी आना प्रमुख लक्षण हैं।

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