रिपोर्ट: शत्रुघ्न सिंह
- पल्स पोलियो जागरुकता रैली को जिलाधिकारी ने दिखाई हरी झंडी
उरई/जालौन। पल्स पोलियो जागरुकता रैली शनिवार की सुबह जिला पुरुष चिकित्सालय परिसर से निकाली गई। जिसे जिलाधिकारी डा.मन्नान अख्तर एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. ऊषा सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिलाधिकारी ने कहा कि अभियान की सफलता के लिए सभी की सहभागिता जरूरी है। रैली जिला अस्पताल से होकर शहीद भगत सिंह चौराहा, घंटाघर होकर बजरिया होकर वापस दलगंजन चौराहे से जिला अस्पताल पहुंची। रैली में एनसीसी कैडेट, स्कूली बच्चे के साथ आईसीडीएस विभाग व स्वास्थ्य विभाग की कर्मियों ने भी सहभागिता की। रैली में बैंडबाजों के साथ पल्स पोलियो जागरुकता संबंधी स्लोगन बज रहे थे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. ऊषा सिंह ने कहा कि बूथ दिवस पर 0 से 5 साल तक के शत प्रतिशत बच्चों को पोलियो की ओरल दवा पिलाकर नौनिहालों को विकलांगता जैसे अभिशाप से मुक्ति दिलाए।
इस दौरान जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. सत्यप्रकाश ने कहा कि 31 जनवरी से पल्स पोलियो अभियान बूथ (राष्ट्रीय प्रतिरक्षण दिवस) स्तर पर शुरु होगा। इसके लिए 1176 बनाए गए है। 2.20 लाख बच्चों को दवा पिलाई जानी है। इसके लिए 638 घर घर भ्रमण के लिए टीमें बनाई गई है। जो 1 फरवरी से तीन फरवरी तक घर घर जाकर दवा पिलाने का काम करेगी। 4 व 5 फरवरी को कोविड टीकाकरण के कारण अभियान स्थगित रहेगा। जो 6 व 7 फरवरी को संपादित किया जाएगा। इसके बाद बी टीम एक्टिविटी 9 फरवरी को संपादित होगी। उन्होंने कहा कि इस समय स्कूल बंद होने के कारण बच्चे घर पर ही मिल जाएंगे। लिहाजा शत प्रतिशत टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें। इस दौरान जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एके सक्सेना, एसीएमओ डा.एसडी चौधरी, डीटीओ डा. सुग्रीवबाबू, डीएमओ डा.जीएस स्वर्णकार, एसएमओ डा.रुपल श्रीवास्तव, सीडीपीओ विमलेश आर्या, एआरओ आरपी विश्वकर्मा, संदीप गहोई, रामशरण जाटव, सीएचएआई प्रतिनिधि दीपक दुबे आदि मौजूद रहे।
एक साल बाद हो रहा है अभियान
पिछला अभियान 17 जनवरी 2020 में हुआ था। इसके बाद कोविड 19 संक्रमण के कारण अभियान को स्थगित कर दिया गया था। अब एक साल बाद दोबारा से अभियान शुरु किया गया है। उस समय करीब 2.19 लाख बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई थी।
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