कानपुर नगर। नवीन मौरंग गिट्टी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन द्वारा सोमवार को कानपुर विकास प्राधिकरण के अंदर महात्मा गांधी प्रतिमा पर धरना दिया गया। व्यापारियों द्वारा मुख्यमंत्री को संबोधित 4 सूत्रीय ज्ञापन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को दिया गया।
एसोसिएशन के अध्यक्ष रविशंकर मिश्रा ने बताया कि कानपुर विकास प्राधिकरण द्वारा लगभग 5 वर्ष पूर्व शहर के मोरंग गिट्टी व्यवसाई को बिंगामा में प्लाट आवंटित किए गए थे। हमीरपुर रोड पर लगने वाले भीषण जाम व मोरंग गिट्टी से होने वाले प्रदूषण से बचाव के लिए विनेगर मां में कानपुर सागर मुख्य मार्ग पर लगभग 600 मीटर अंदर मंडी स्थापित की गई थीपरंतु कुछ समय पश्चात ही मानक के विपरीत सत्ता पक्ष के पूर्व विधायक व उनके परिवार को लाभ पहुंचाने हेतु अनुचित तरीके से मोरंग गिट्टी व्यवसाय हेतु मुख्य मार्ग पर ही चार प्लाट आवंटित कर दिए गए जबकि मंडी के अंदर भी मोरंग गिट्टी व्यवसाय हेतु उन्हें तीन प्लाट आवंटित किए जा चुके थे।कानपुर सागर मुख्य मार्ग पर अनुचित तरीके से आवंटित इन प्लाटों के कारण 600 मीटर अंदर प्राधिकरण द्वारा स्थापित मोरंग गिट्टी मंडी के व्यापारी व्यवसाय ना होने के कारण भुखमरी की जगह पर पहुंच चुके हैं उनके प्लाटों पर बैंक का कर्जा हो गया है प्राधिकरण के भी 56 प्लस आज तक खाली पड़े हैं।
अनुचित रूप से सत्ता पक्ष के पूर्व विधायक को आवंटित इन 4 प्लाटों के कारण कानपुर सागर मार्ग बरही अवैध रूप से एक अलग मंडी स्थापित हो गई है जिसके कारण प्राची और नारा स्थापित मुख्य मंडी का व्यापार समाप्त हो गया है। जिस कारण अधिकांश व्यापारी भुखमरी की कगार पर हैं।
धरने में प्रमुख रूप से अशोक सिंह परिहार राज किशोर तिवारी रमेश सिंह सिसोदिया प्रवीण त्रिवेदी भोले गुप्ता पंकज मिश्रा नीलू पांडे नरेंद्र यादव अशोक पंकज गुप्ता वकील खान पप्पू सिंह राघवेंद्र परिहार आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।
व्यापारियों की प्रमुख मांगें
- मंडी सीमाओं का चिन्हांकन किया जाए व एक प्रवेश हेतु मुख्य द्वार का निर्माण किया जाना चाहिए।
- कानपुर सागर मुख्य मार्ग पर अनुचित रूप से पूर्व विधायक को आवंटित 4 प्लॉटों का आवंटन निरस्त किया जाना चाहिए।
- बिनगवा में मंडी के आसपास किसानों की कृषि योग्य भूमि का भी चिन्हांकन किया जाए व उन पर होने वाले मौरंग गिट्टी कारोबार को पूर्णतया प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।
- सरकार के राजस्व को करोङो की हानि करने वाले कानपुर सागर मुख्य मार्ग पर ही पुलिस व प्राधिकरण के संरक्षण में चलने वाले अवैध मौरंग गिट्टी व्यवसाय को तत्काल प्रतिबंधित करना चाहिए।
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