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YouTube से योगा के टिप्स लेकर भूमि तिवारी ने जीता एशियन गोल्ड,सैल्यूट टू भूमि तिवारी

 


रिपोर्ट:आलोक अग्रवाल  

एशियन योगा चैम्यिनशिप में जीता गोल्ड, भूमि तिवारी की निगाहें अब ओलंपिक पर

 मध्यम वर्गीय परिवार की बेटी ने अंतरराष्ट्रीय पटल पर नाम किया रोशन

कोई प्रशिक्षक और न कोई प्रशिक्षण,ऑनलाइन यूट्यूब चैनल से लिये योगा के टिप्स


उन्नाव । शुक्लागंज निवासी भूमि तिवारी को अगर ‘रबड़ की गुड़िया’ कहा जाये तो गलत नहीं होगा। बिना किसी मदद और सहारे के भूमि ने वो कर दिखाया जो सारी सुविधायें व माहौल मिलने के बावजूद नहीं कर पाते हैं। न कोई प्रशिक्षक और न कोई प्रशिक्षण।


 एक मध्यम वर्गीय परिवार से नाता रखने वाली कक्षा ग्यारह की छात्रा भूमि ने ऑनलाइन यूट्यूब चैनल से योगा के टिप्स लिये और घरेलू प्रोत्साहन व सहयोग के सहारे अपनी लगन व परिश्रम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के नाम को चमका डाला। भूमि ने ऑनलाइन एशियन योगा चैम्पियनशिप में दो गोल्ड जीतने के बाद वर्ल्ड योगा चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम अंतरराष्ट्रीय पटल पर रोशन कर दिया। सैल्यूट टू भूमि तिवारी!


भूमि की निगाहें अब योगा ओलंपिक के ‘स्वर्ण’ पर लगी हैं। शुक्लागंज निवासी कृष्णकुमार तिवारी की पुत्री भूमि सेंट्रल स्कूल, ओईएफ में कक्षा 11 की छात्रा हैं। शुरु से ही भूमि का रुझान र्स्पोट्स और डांस की ओर था। टीवी पर डांस रियलिटी शोज़ में बच्चों को परफार्म करते देखकर उसके भी मन में कुछ स्पेशल करने की तमन्ना रहती थी। ‘इच्छाशक्ति हो तो राहें खुद ब खुद मिलने लगती हैं’ वाली कहावत चरितार्थ हुई और स्कूल की शिक्षिका दीपिका ने भूमि की प्रतिभा को पहचान कर उसे योगा के क्षेत्र में आगे बढ़ने की सलाह दी। 

2018 में प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भूमि ने पहली बार रिजनल स्कूल्स योगा चैम्यिनशिप में भाग लिया और फाइनल स्टेज तक स्थान बनाने में बाजी मारी। फिर क्या था, भूमि ने पीछे मुड़कर नही देखा और उसकी सफलताओं को पंख लग गये। योगा फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में हुई राज्य स्तर की योगा प्रतियोगिता मे वह फाइनल तक पहुंची। इस बीच 2019 में कानपुर और उन्नाव में आयोजित हुई जिला स्तर की विभिन्न योगा प्रतियोगिताओं में भूमि ने 18 स्वर्ण पदक अपने खाते मे  जमा किये। 

2019 में पंजाजिल के तत्वावधान में उत्तराखंड  में हुई नेशनल चैम्यिनशिप में वह फाइनल तक स्थान बनाने के बाद वह कर्नाटक में इसी साल हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिता में अलग अलग स्पर्धाओं में दो स्वर्ण पदक बटारने में बखूबी सफलता हासिल की। बीता हुआ साल वैश्विक बीमारी का शिकार हुआ। लिहाजा, ऑनलाइन प्रतियोगितायें आयोजित हुई। ऑनलाइल एशियन योगा चैम्यिनशिप में उसने दो गोल्ड मेडल जीतने का श्रेय प्राप्त किया। एशियन योगा चैम्यिनशिप में गोल्ड जीतने के बाद भूमि वर्ल्ड चैम्यिनशिप के लिये चयनित हुई, जहां उसने फ्री सोलो आर्टिस्टिक इवेंट में गोल्ड मेडल जीतकर देश के नाम को रोशन किया। अब भूमि की निगाहें योगा ओलंपिक के गोल्ड मेडल पर लगी हुई हैं। 

 

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