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नदी की जलधारा रोककर अवैध खनन माफिया कर रहे खनन


रिपोर्ट :- शत्रुघन सिंह यादव


एनजीटी के नियमों को ताक में रखकर, जालौन का प्रसिद्ध लाल सोने का अवैध खनन कर अन्य जनपदों में ओवरलोड ट्रकों का रात के अंधेरों में निकलना जारी


उरई/जालौन। जालौन जिले डकोर थाना क्षेत्र में बीते कुछ समय से बालू का अवैध खनन के खेल ने अब फिर से जोर पकड़ रहा है। डकोर थाना क्षेत्र के बंधौली घाट संख्या 3 व 4 में नियमों की धज्जियां उड़ाकर अबैध खनन करने की खबर लगातार प्रकाश में आ रही है। रात के अंधेरों में ओवरलोड ट्रकों की निकासी भी खनन माफियाओं द्वारा कराया जा रहा है। और खनन माफियाओं के द्वारा एनजीटी के नियमों के सरेआम धज्जियां भी जमकर उड़ाई जा रही हैं यहां तक की नदी के बीच जलधारा से हैवी पॉपलैंड मशीनों के द्वारा रात के अंधेरों में अवैध बालू खनन की ट्रक भरकर जनपद जालौन का लाल सोना कहा जाने वाला बालू अन्य जनपदों में चंद्र पैसों के लिए अबैध रूप से भेज कर बेचा जा रहा है। जिले के लगभग सभी घाटों के घाट संचालकों ने अवैध खनन करने के लिए चारों तरफ पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। ओवरलोड व बिना रॉयल्टी के नाम पर अवैध खनन का खेल खेल कर तेजी से पूरे क्षेत्र में पैर पसार रहे है। वहीं खनिज विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत व नजराने से इस पर रोक नहीं लग पा रही है।

आपको बताते चलें कि खजुराहो मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड छतरपुर के फर्म की कंपनी को बंधौली 4 के गाटा संख्या 2558, 2563 में कुल हेक्टेयर 16.194 हेक्टेयर व बंधौली 3 के गाटा संख्या 2558, 2559 में कुल 20.242 हेक्टेयर का पट्टा 5 साल के लिए आवंटन किया गया लेकिन इन खनन माफियाओं द्वारा आवंटन पट्टा के अलावा भी अवैध खनन रात के अंधेरों में किया जा रहा। एक बात और बतादे कि कुछ महीने पहले नए पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह की तैनाती के बाद जिले में बालू का अवैध खनन कुछ हद तक थम था। अवैध खनन की इस धीमी रफ्तार ने कई दबंग बालू माफियाओं के हौसले भी पस्त कर दिए थे लेकिन कुछ समय से क्षेत्र में बालू माफियायों ने अबैध खनन में तेजी लाना शुरू कर दिया है। डकोर क्षेत्र के बंधौली खंड संख्या 3 व 4 घाट का बालू माफिया द्वारा जमकर बेतवा नदी के बीच जलधारा से हैवी पोकलैंड मशीनओ से अबैध बालू निकाल कर गहरे गड्ढे बना रहे। बिना रॉयल्टी व ओवरलोडिंग के नाम पर अवैध खनन का धंधा किया जा रहा है। खनिज विभाग की मिलीभगत से विभाग को लाखों रुपए के राजस्व का चूना रोज लग रहा है। वहीं दूसरी ओर संबंधित विभाग के अधिकारी की संलिप्तता के चलते बालू माफिया बेखौफ गौरखधंधा कर रहे हैं। अब देखना होगा कि इस अवैध बालू खनन पर उच्च अधिकारी क्या संज्ञान लेते हैं? या फिर इन अवैध बालू खनन माफियाओं का ऐसे ही चलता रहेगा पूरा अवैध कारोबार।

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