जालौन। कीटनाशकों के सुरक्षित और विवेकपूर्ण उपयोग को लेकर स्थानीय गेस्ट हाउस में किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। सदर विधायक गोरीशंकर वर्मा के आतिथ्य में आयोजित कृषि गोष्ठी में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को कीटनाशकों के उपयोग की जानकारी दी।
एचआईएल के तत्वावधान में आयोजित किसान गोष्ठी में कीटनाशकों के सुरक्षित व विवेकपूर्ण उपयोग को लेकर डाॅ. राजीव कुमार सिंह ने कहा कि किसान कीटनाशक दवाइयों का उपयोग सावधानी पूर्वक करें। यदि सुरक्षा नहीं बरती जाएगी तो इसके दुष्प्रभाव झेलने पड़ेंगे। कीटनाशक जानलेवा भी साबित हो सकता है। कहा कीटनाशक दवा दुकान से लेते समय पक्की रसीद अवश्य लें। बताया कि फसल, सब्जियों व फलदार वृक्षों में फल छेदक, तना भेदक, माहो आदि कीट फसल को नुकसान पहुंचाते हैं। रोकथाम के लिए किसानों को कृषि विभाग या कृषि वैज्ञानिकों से सलाह लेने के बाद ही दवा का छिड़काव करना चाहिए। डाॅ. रजनीशचंद्र मिश्र ने कहा दवा का छिड़काव करते समय दस्ताना, मुखौटा व टोपी का उपयोग अवश्य करना चाहिए। दवा के घोल के लिए घरेलू बर्तन का प्रयोग कदापि न करें। सुरक्षा पोषाक पहनने के बाद ही घोल बनाएं, दवा को नंगे हाथ न छुएं। कीट पत्तों के निचले भाग में होते हैं, ऐसे में दवा का छिड़काव पत्तों के नीचे करना चाहिए। हवा की समान दिशा में ही दवा का छिड़काव करना चाहिए। दवा का छिड़काव सुबह या शाम को ही करें। इस दौरान धुम्रपान या भोजन न करें पानी भी न पिएं। इससे जहरीली दवा शरीर में प्रवेश कर जानलेवा हो सकती है। कीटनाशक दवा के खाली डिब्बों को मिट्टी के अंदर खोदकर गाड़ देना चाहिए। सबसे अहम बात यह कि दवा का प्रयोग समस्या की सही पहचान के बाद ही करें। इस मौके पर सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा, डाॅ. विसतोर जोशी, सीके गर्ग, मुकेश, अनिल यादव, दीपू गुप्ता औरेखी, विनय कुमार पटेल, प्रवीण कुमार, अरविंद तिवारी, अवध विहारी, हरनाम, मुन्ना सिंह, अरुण कुमार सिंह, नारायण सिंह आदि किसान मौजूद रहे।
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