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ब्लैक फंगस से पैनिक ना हो होम्योपैथी में है ब्लैक फंगस का संपूर्ण उपचार


अत्यधिक स्टेरॉयड के प्रयोग से ब्लैक फंगस में बढ़ोतरी

स्टेरॉयड की अत्यधिक प्रयोग से ब्लैक फंगस में बढ़ोतरी

हलकी हरारत नाक बंद एवं सुस्ती आए तो हो सकता है ब्लैक फंगस

कोरोना की तीसरी लहर का संकल्प के साथ करे सामना

तीसरी लहर के लिए हो जाए सावधान

फास्ट फूड एवं प्रिजर्वेटिव युक्त भोजन से बनाए रखे दूरी

शुगर डायबिटीज एवं गंभीर बीमारी से ग्रसित लोग बरतें विशेष सावधानी



आरोग्यधाम ग्वालटोली में आज आरोग्यधाम के वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ हेमंत मोहन एवं आरोग्यधाम की महिला स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आरती मोहन कोरोना की रैपिड रिस्पांस टीम  के वरिष्ठ सदस्य डॉक्टर प्रवीन रावत के साथ वर्तमान हालातों पर चर्चा करते हुए एक बैठक की। 
बैठक में टीम के वरिष्ठ सदस्य डॉ प्रवीन रावत ने डॉ हेमंत मोहन व डॉ आरती मोहन को जिले के साथ ही विभिन्न राज्यों में कोरोना के मरीजों के सफल इलाज के लिए अपनी शुभकामनाएं प्रदान की। *डॉ हेमंत मोहन* ने लोगों को सचेत करते हुए कहा की कोरोना की संक्रमण दर में विगत कुछ दिनों में कमी आई है परंतु यह समय लापरवाही का कतई नहीं है। हमें इसी समय से इस तीसरी लहर का सामना करने के लिए अपनी कमर कस लेनी चाहिए। 
डॉ हेमंत मोहन ने बताया की कोरोना संक्रमण के बाद  मयूकोमाइकोसिस जिसे आम भाषा में ब्लैक फंगस भी कहा जा रहा है इस बीमारी को होम्योपैथी दवाओं द्वारा पूर्णतया खत्म किया जा सकता है यदि प्राथमिक लक्षणों में ही होम्योपैथिक उपचार लिया जाए तो। 
डॉ हेमंत मोहन ने बताया की ब्लैक फंगस के लेटर स्टेज में यह संक्रमण मस्तिष्क के साथ लीवर एवं किडनी में पहुंच जाता है जिससे एसाइटिस नामक बीमारी होने की संभावना होती है जो कि रोगी की मृत्यु का कारण भी बन सकती है।
 हमें अपनी जीवनशैली को और संयमित रखते हुए लॉकडाउन खुलने के बाद भी सरकारी गाइडलाइन का पालन करना चाहिए साथ ही व्यक्तिगत रूप से भी अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सभी जरूरी कदम उठाने चाहिए जिसके लिए सुबह के समय हल्का व्यायाम योग एवं प्राणायाम करना चाहिए घर का बना सादा भोजन करने की आदत डालनी चाहिए फास्ट फूड एवं प्रिजर्वेटिव युक्त भोजन से दूरी बना कर रखना बहुत जरूरी है।

डॉक्टर आरती मोहन ने महिलाओं बच्चों बुजुर्गों एवं वे मरीज जोकि किडनी लीवर की गंभीर बीमारी या फिर शुगर एवं डायबिटीज से पीड़ित है उन्हें विशेष सावधानी रखने की सलाह दी। डॉ हेमंत मोहन ने बताया की जो मरीज कोरोना संक्रमण के शिकार हो चुके हैं उन की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनने में समय लगता है अतः वह आने वाले 6 महीने में एंटीबायोटिक वह स्टेरॉयड का सेवन करने से बचें। यह जानकारी जनहित में डॉक्टर हेमंत मोहन व डॉक्टर आरती मोहन ने दी। बैठक में रैपिड रिस्पांस टीम के डॉ कासिम अब्बास उपस्थित रहे।

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