कानपुर नगर। वर्तमान समय में दुनिया के लगभग 270 मिलियन लोग थैलीसीमिया से पीड़ित हैं। दुनिया में थैलीसीमिया मेजर बच्चों की सबसे बड़ी संख्या भारत में है जिनकी संख्या लगभग 1 से 1.5 लाख है, और थैलीसीमिया मेजर के साथ लगभग 10,000-15,000 बच्चों का जन्म प्रत्येक वर्ष होता है। ऐसे बच्चों के लिए उपलब्ध इलाज केवल बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन (बीएमटी) ही है। हालांकि, इस रोग से प्रभावित सभी बच्चों के माता-पिता के लिए बीएमटी बहुत ही मुश्किल और मंहगा है। इसलिए, उपचार का मुख्य स्वरूप बार-बार ब्लड ट्रांसफ्यूजन (रक्ताधान) कराना है, इसके बाद आयरन के अत्यधिक भार को कम करने के लिए नियमित रूप से आयरन किलेशन थैरेपी की जाती है, जिसके कारण कई ब्लड ट्रांसफ्यूजन होते हैं।
शहर के वरिष्ठ रक्तदानी संगठन गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी अपनी संस्था ब्लड डोनर्स कैम्प ऑर्गनाइजेशन कानपुर थैलीसीमिया से पीड़ित मरीजों के लिए निःस्वार्थ सेवा रक्तदान शिविर आयोजित का कार्यक्रम 13 /06/21 दिन रविवार सुबह 10 बजे से 5 बजे शाम को कर रहा है।
हम सबने मिलकर हमेशा से ही ये महसूस किया है कि थैलीसीमिया से पीड़ित मरीजों को 600 यूनिट रक्त की आवश्यकता हर महीने कानपुर में पड़ती रहती हैं।
अगर हम सभी संस्थाओं से थोड़ा बहुत भी योग्यदान इन परिवारों के लिए हो जाये तो इनके परिवार वालो को कम से कम एक महीना आराम से बिता सकेंगे ।
अब सोचिए पूरी जिंदगी को बचाने के लिये इन परिवार वालो को कितना कष्ट उठाना पड़ता होगा ।
थैलीसीमिया से पीड़ितों को हर 15 दिन में छोटे बच्चों को एक यूनिट रक्त ,बड़े बच्चों एवं व्यक्तियों को दो यूनिट रक्त की आवश्यकता होती हैं।
ब्लड डोनर केम ऑर्गेनाइजेशन संस्था, कानपुर आप सभी से निवेदन हैं कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी अपने ईष्ट मित्रो , परिवार जनों के साथ आकर थैलीसीमिया से पीड़ित मरीजों के जीवन को बचाने में योग्यदान प्रदान करे ।
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