-विदेश से आनलाइन धोखाधड़ी करने के मामले में था वाँछित
-विदेशी धन की ठगी करके देश में करता था बांटने का काम
-पूरा गैंग पकड़े जाने पर टोह लेने आया था शहर
-खबर लगते ही क्राइम ब्रांच ने गीता नगर से दबोचा
-बीएमडब्लू कार के अंदर बैठा भांप रहा था माहौल
कानपुर नगर। अंतराष्ट्रीय काल सेंटर द्वारा अमेरिका के 12 हजार लोगों से ठगी करने वाले गैंग का मुख्य व वांछित अभियुक्त सोमवार देर रात क्राइमब्रांच के हत्थे चढ़ गया। पकड़ा गया अभियुक्त विदेशी लोगों के खातों से निकाले गये पैसे को भारत और फिर कानपुर में काल सेंटर चलाने वाले मोहिंदर को देता था। अभियुक्त के पास से लैपटाप, पास बुक, एटीएम आदि ठगी करने के काम आने वाला सामान बरामद हुआ है ।
सोमवार रात क्राइम ब्रांच को सूचना मिली की थाना काकादेव में 419/420/467/468/120 BIPC व 66D IT ACT में वांछित व मुख्य अभियुक्त जसराज सिंह शहर में आया हुआ है। काल सेंटर पकड़े जाने के बाद वह यहां का माहौल भांपने के लिए सफेद रंग की बीएमडब्लू कार से घूम रहा है। इस पर क्राइम ब्रांच ने जाल बिछाया और गीता नगर से अभियुक्त को दबोच लिया।
दिल्ली का रहने वाला है अभियुक्त
जसराज सिंह मुकेश पुत्र सुरेश सिंह C5A / 34 फर्स्ट फ्लोर जनकपुरी थाना जनकपुरी जिला वेस्ट दिल्ली का रहने वाला है। उसने बताया कि मैं जे0आर0एस0 हाट कोचर के नाम से कंपनी खोलकर डिजाइनर कपड़ों का विदेशों से व्यापार करता हूं मेरी मुलाकात मोहिंदर शर्मा से हुई जिससे मुझे आकाशमणि त्रिपाठी ने मिलवाया था जो कि नोएडा में रहता है । मोहिंदर शर्मा के द्वारा बताया गया कि मैं फर्जी कॉल सेंटर खोल कर विदेश में सॉफ्टवेयर मेंटेनेंस के नाम पर विदेशों से लोगों के मोबाइल का डाटा चोरी करता हूं। लोगों के एटीएम कार्ड व उनका पिन नंबर व सीवीसी नंबर प्राप्त कर लेते हैं तथा उनका पैसा मनचाहे खाते में ट्रांसफर करा लेते हैं।
गेटवे का काम करता था जसराज
जसराज ने बताया कि मोहिंदर ने कहा कि हमें वह पैसा अपने पास लाने के लिए ऑनलाइन एक गेटवे की आवश्यकता है जिस पर जसराज ने लालच में आकर टॉडएल. थॉमस के जरिए mipldigitalonline.com गेटवे से पैसे मंगाने की व्यवस्था की। इसके बाद डेबिट कार्ड के जरिए मैं बैंक ऑफ अमेरिका के डेबिट कार्ड से पैसा निकाल कर मोहिंदर शर्मा को देता था। जो टीम के अन्य सदस्य जिकरुल्लाह, संजीव गुप्ता तथा सूरज सुमन को उनके हिस्से की धनराशि देता था तथा मैं अपना हिस्सा पहले ही पैसा निकालते समय ले लेता था । मुझसे बरामद हुए एटीएम कार्डों में बैंक ऑफ अमेरिका का भी एटीएम कार्ड है जिससे मैं अमेरिका से जालसाजी करके मंगाए गए पैसों को निकाल कर अपना हिस्सा लेने के बाद टीम के अन्य सदस्यों को देने के लिए मोहिद्र शर्मा को दे देता था ।
व्हाटसअप और लैपटाप में मिला डेटा
जसराज ने पूछताछ में बताया कि मोहिंद्र शर्मा तथा अन्य अभियुक्तगणों के द्वारा विदेश में जालसाजी धोखाधड़ी कर प्राप्त किए गए पैसों को लेने के लालच में पड़कर इनका साथ दे रहा था मैंने बैंक ऑफ अमेरिका के इस डेबिट कार्ड के जरिए जालसाजी का कई लाख रुपया विदेश से आया हुआ पैसा निकाला है तथा मोहिंद्र शर्मा के जरिए टीम में वितरित कराया है तथा अपना हिस्सा प्राप्त किया है । अभियुक्त से बरामद मोबाइल फोन के व्हाट्सएप कि चैटिंग को चेक किया गया तो इसके द्वारा मोहिंदर शर्मा आदि से धनराशि के लेनदेन के बाबत वार्ता की गई है ।
तथा लैपटॉप में मुकदमे से संबंधित किए गए अपराध के बाबत डाटा पाया गयातथा विदेशी कस्टमर की प्राइवेट जानकारी मिली तथा मोबाइल से अर्श बरार व सूरज सुमन से तथा आकाश कार्ल्स नाम एक ग्रुप पर तथा आकाश गुप्ता से दोनों लैपटाप की डाउनलोड लिस्ट में खाता से पैसे के ट्रांसफर व नगद निकासी से सम्बन्धी जानकारी प्राप्त हुई ।
विदेशी खातों से ट्रांसफर होता था पैसा
आकाश भाटिया कार्ल्स से विदेशी कस्टमरों की पाप अप काल मोहिन्दर शर्मा के काल सेन्टर के टोल फ्री नम्बर पर भेजने की जानकारी मिली तथा नितिन शर्मा नाम के व्यक्ति के एकाउन्ट में पैसे ट्रांसफर करने की चैट भी मिली तथा आगे की पूछताछ में अभियुक्त द्वारा बताया गया कि धोखाधड़ी व जालसाजी करके आनलाइन धनराशि विदेशों से मंगाई गई है जिसे आपस में बांटकर हम लोगों द्वारा ले लिया गया है । मेरे पास बरामद विभिन्न बैंकों के चैक बुक व एटीएम कार्ड मिले है । इन खातों में मैंने अपने हिस्से की धनराशि जमा की है । विदेशों से पैसा अपने खाते में मंगाने के लिए TODD L THOMAS के खाते व मेरी फ्रैन्ड हर्ष बरार का खाता प्रयोग में लाया जाता था। Todd को गेटवे बैंक के द्वारा ब्लॉक कर दिया गया। तब जसराज सिंह ने एक फ्रेंड अर्श Brar जो की कनाडा में रहती है उसकी कम्पनी Kuarky एंटरप्राइजेज Ltd के अकाउंट के माध्यम से Indus lnd Bank में Fake Invoice generate कर के पैसे मंगवा लेता था।
14 जुलाई को पकड़ा गया था काल सेंटर
काकादेव में चल रहे अतराष्ट्रीय काल सेंटर को बीती 14 जुलाई को क्राइम ब्रांच ने पकड़ा था। मामले में चार अभियुक्त पकड़े गये थे। जिनसे अमेरिका के 12 हजार लोगों से करीब 9 लाख डालर का लेन देन किये जाने का बैंक प्रमाण मिला था। तभी से क्राइम ब्रांच को विदेशी पैसा गेटवे द्वारा शहर लाने वाले अभियुक्त की तलाश की जा रही थी।
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