सभा में लोगों ने स्वरूप जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्व. जगेन्द्र स्वरूप जी ने अपने जीवन में हमेशा जनसेवा को प्राथमिकता दी और सार्वजनिक एवं मानवीय जीवन मूल्यों की रक्षा हेतु सदैव तत्पर रहे, लगातार 34 वर्षों तक जनप्रतिनिधि रहते हुए उन्होंने ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया जिसकी चर्चा आज भी राजनीतिक गलियारे और समाज में होती है, वह राजनीतिज्ञों में सन्त महात्मा थे। सभा का संचालन राकेन्द्र मोहन तिवारी ने किया।
पुष्पांजलि सभा को हरीनाथ पाण्डेय, अतहर नईम, श्यामदेव सिंह, सर्वेश कुमार पाण्डेय निन्नी ने सम्बोधित किया। प्रमोद मिश्र, के.डी. दुबे, दिनेश सिंह, भारत पाल, सुभाषचन्द शर्मा, ललित जोशी, प्रदीप मिश्र, कुंजीलाल, हुबलाल, विशाल त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।
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