पितृपक्ष चल रहा है हिंदू पुराणों के अनुसार इस समय आपके पूर्वज अपने परिवारों में आते हैं। पितृपक्ष में पूर्वजों को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय किए जाते हैं। इन दिनों पुराणों के अनुसार गाय, कुत्ते और कौवे को भोजन कराया जाता है जो हमारे पूर्वजों यानी पितरों तक पहुंचता है।
पितृपक्ष में कौवों का महत्व:-
हिन्दुओं के धार्मिक ग्रंथ गरुण पुराण के अनुसार यमराज ने कौवे को ये वरदान दिया था कि जो भी व्यक्ति इन दिनों को भोजन कर आएगा वह सीधे उनके पूर्वजों को प्राप्त होगा।
कौवों द्वारा प्राप्त हो रहें है ये संकेत तो होने वाला है धनाढ्य:-
कौवों के लिए आपके द्वारा निकाला गया भोजन यदि कौवे खाने आते है तो ये संकेत है कि आपके पूर्वज आपसे प्रसन्न है और आपको आशीर्वाद देने आ रहें है।
पित्र पक्ष के दिनों में यदि कौवे आपके छत या छज्जे पर आ रहे हैं तो आपके पूर्वजों के आशीर्वाद स्वरुप आपको बहुत सा धन प्राप्त होने वाला है।
यदि कौवे तिनका, फूल पत्ती आदि चोंच मे दबाकर लाते हैं तो आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होने वाली है।
यदि कौवा गाय की पीठ पर बैठे दिखे तो आपके घर खुशियां आने और यदि सुअर पर बैठे दिखे तोअमीर होने के संकेत है।
यदि कौवे धूल में लिपटे आते है तो अचानक धन लाभ होने और अनाज पर बैठे तो सुख समृद्धि प्राप्त होने के संकेत है।
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