व्यूरो रिपोर्ट- नैमिष शुक्ल
यूपी के सीतापुर में एसपी आर.पी. सिंह साइबर अपराधों पर नियंत्रण हेतु टीम गठित कर साइबर क्राइम सेल व कोतवाली नगर की संयुक्त टीम द्वारा 03 अपराधी प्रदीप उर्फ हिमांशू, अमन सिंह व रवि कुमार को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है जिस सम्बन्ध में सीतापुर के कोतवाली नगर व थाना रामपुर कलां में अभियोग पंजीकृत है जिनके पास से 04 एनड्राईड फोन मोबाइल फोन की पैड 01, फर्जी आधार कार्ड 03 माल बरामदगी हुई ।
वही एएसपी सीतापुर नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया क्या था अपराध का तरीका इन अपराधियों का एक संगठित गिरोह है जिसमें कई लोग मिलकर सुनियोजित तरीके से साइबर अपराध करते है। मुख्य रूप से कैनरा बैंक जाकर खाताधारको का खाता संख्या प्राप्त कर लेते है तथा केनरा बैंक के टोल फ्री नम्बर पर फोन कर खाता नम्बर बता कर खातो से सम्बन्धित अन्य गोपनीय जानकारी जैसे खाताधारक का नाम व पता, रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर, डेबिट कार्ड के शुरूवात व अन्त के 4-4 अंक प्राप्त कर लेते है, बाकि बचे 8 अंको में से 4 अंक ब्रांच कोड तथा 2 अंक शून्य होते है, शेष बचे 2 अंक अभियुक्त अन्य केनरा बैंक के डेबिट कार्ड की समीक्षा कर तैयार कर लेते है । खाताधारक के रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर अभियुक्तगणो द्वारा सबसे पहले रिचार्ज/टॉपअप किया जाता है, इसके पश्चात अपने फर्जी 05 विभिन्न नम्बरो से खाताधारक के रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर मिस काल/काल करते है व खाताधारक से ये लोग कुछ देर अनावश्यक बाते करते है जिससे काल ड्यूरेशन बन सके । इसके पश्चात मोबाइल कम्पनी के टोल फ्री नम्बर पर काल करके खाताधारक के रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर को बन्द कराने का अनुरोध करते है एवं अपना नम्बर बताते है, मोबाइल कम्पनी द्वारा मांगी गई जानकारी जैसे अंतिम रिचार्ज व अंतिम पांच कॉल जिससे बातचीत की गयी हो, उसे भी उपलब्ध कराते है, मोबाइल कम्पनी सन्तुष्ट होने पर उक्त मोबाइल नम्बर को बंद कर देती है । अभियुक्तगण यह मोबाइल नम्बर फर्जी पहचान पत्र से अपने सहयोगियो को आवंटित करा देते है, इसके पश्चात केनरा बैंक की वेबसाइट canarabank.com अथवा candi mobile banking app पर उपरोक्त समस्त विवरण उपलब्ध कराकर खाताधारक के खाते से इन्टरनेट बैंकिग से आई एम पी एस (यू0पी0आई0) व मोबाइल बैंकिग के माध्यम से मनी ट्रांसफर एजेन्ट अथवा अन्य सहयोगी अभियुक्त के खाते से पैसे स्थानान्तरित कर धनराशि निकाल लेते है ।
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