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कानपुर देहात स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर.


रिपोर्ट - मनोज सिंह / कानपुर देहात 

  • स्वास्थ्य कर्मियों ने मासूम को चढ़ाई एक्सपायरी डेट की डीएनएस फ्लूड.
  •  स्वास्थ्य कर्मियों ने वायरल बुखार से पीड़ित मासूम को चढ़ाई डीएनएस की बोतल.
  •  मासूम के पिता के देखने पर हुआ जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने की लापरवाही का मामला उजागर.
  •  स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही उजागर होने के बाद मचा हड़कंप.
  •  सूचना पर जिला अस्पताल पहुँचे स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारी.
  •  जांच और दवा स्टॉक रूम के निरीक्षण में मिली भारी मात्रा में डीएनएस और आरएल की एक्पायरी बोतलें.
  • स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मामले की उच्च स्तरीय जांच के दिए आदेश.
  • कानपुर देहात के जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड का मामला.


यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ भले ही सुबह में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का दावा करते करते नजर आ रहे हो और स्वास्थ्य महकमे में तेजी से बदलाव होने की कवायद कर रहे हों। लेकिन यूपी का स्वास्थ्य महकमा सुधरने का नाम नहीं ले रहा हैं. उन्हें न तो सीएम योगी के विजन की चिंता है और न ही उनकी कार्यवाही का डर। बस वह अपने लापरवाह कार्यशैली से काम करता नजर आ रहा हैं। ऐसा ही एक मामला यूपी के जनपद कानपुर देहात में देखने को मिला। जहाँ एक ओर वायरल फीवर अपना कहर बरपा रहा है। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस समस्या को और भी विकराल बना दिया है। दरअसल कानपुर देहात के जिला अस्पताल में वायरल फीवर से ग्रसित मासूम को लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों ने एक्सपायरी डेट का डीएनएस फ्लूड चढ़ा दिया। जिसके बाद कानपुर देहात के स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया और स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारी जिला अस्पताल पहुँचे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की जांच में जिला अस्पताल में दवाईयों के स्टॉक रूम में एक्सपायरी डेट के भारी संख्या में डीएनएस, आरएल की बोतलें मिली। जिसके बाद अधिकारियों ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए है।

 पूरा मामला है जनपद कानपुर देहात के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल यानी जिला अस्पताल का जहां के इमरजेंसी वार्ड में रूरा के रहने वाले अश्वनी कुमार पाण्डेय वायरल फीवर के चलते गंभीर रूप से बीमार अपने 9 वर्षीय पुत्र कुषार्ग पाण्डेय को उपचार के लिए लेकर आए थे। जिसके बाद वहां मौजूद डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर देख एमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया। इसी बीच जिला अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आई। जिसके चलते मासूम की हालत बिगड़ गई।  दरअसल मासूम कुषार्ग वायरल फीवर से कई दिनों से ग्रसित था। जिसके चलते जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टर ने उसको भर्ती कर डीएनएस फ्लूड चढ़ाने काम शुरू कर दिया। लेकिन लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों ने मासूम को मई माह में एक्सपायरी हो गए डीएनएस फ्लूड को चढ़ाना शुरू कर दिया। लेकिन मासूम के पिता अश्वनी कुमार पाण्डेय की निगाह उसके एक्सपायरी डेट की तारीख पर पड़ गई। जिसके बाद अश्वनी ने स्वयं उस बोतल को बंद किया और डॉक्टर को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। आनन फानन में स्वास्थ्य विभाग के जिले के आलाधिकारी जिला अस्पताल पहुचे और जांच शुरू कर दी। इतना ही नहीं अधिकारियों ने जिला अस्पताल के दवाईयों के स्टॉक रूम का भी निरीक्षण किया। अधिकारियों के निरीक्षण में भी भारी संख्या में एक्सपायरी डेट के डीएनएस, आरएल की बोतलें मिली। जिससे साफ हो गया कि यह छोटी नहीं बड़ी लापरवाही है। साथ ही यह भी सवाल है कि कुषार्ग के पिता अश्वनी शिक्षित थे तो उन्होंने यह पकड़ लिया। लेकिम अशिक्षित व्यक्ति इसकी जानकारी कैसे कर पायेगे। साथ ही ऐसे लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों से कैसे बच पाएंगे।


 अश्वनी कुमार पाण्डेय (मासूम के पिता)


वहीं जिला अस्पताल के मुख्य औषधि भण्डार गृह के प्रभारी फार्मासिस्ट इन्द्रपाल भाटिया ने साफ तौर पर इस लापरवाही को नीचे के लोगों द्वारा किए जाने की बात कही।

 यही नहीं एक्सपायरी डेट की डीएनएस की बोतलें भारी मात्रा में कैसे वितरण और स्टॉक कक्ष में पहुची। इसकी भी जानकारी नहीं बस यह कहकर पल्ला झाड़ते नजर आए कि वह केवल 2 माह पहले की इस पद पर आए है। लेकिन सवाल यह कि यदि उनकी बात मान भी ली जाए तो मुख्य औषधि भंडार गृह के प्रभारी फार्मासिस्ट इन्द्रपाल भाटिया ने दवाओं के स्टॉक को क्यों चेक नहीं किया चार्ज लेते समय या फिर बाद में. इतना ही नहीं एक्सपायरी हो चुकी दवाओं की जानकारी उनको क्यो नही थी।


बाइट - फार्मासिस्ट इन्द्रपाल भाटिया (मुख्य औषधि भण्डार गृह प्रभारी जिला अस्पताल कानपुर देहात)


वहीं मासूम की जिंदगी के साथ हुए खिलवाड़ के बाद जिला अस्पताल के जिम्मेदार केवल मामले की जांच कराने की बात कह रहे है. साथ ही इसके लिए केवल नीचे के स्तर पर जिम्मेदारी डालने का प्रयास शुरू हो गया है.

 डॉ०राजीव गुप्ता (सीएमएस जिला अस्पताल कानपुर देहात)

मासूम को एक्सपायरी डेट की डीएनएस फ्लूड की बोतल चढ़ाने की खबर से जिले में हड़कंप मच गया।स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जिला अस्पताल पहुचे और मासूम की स्थित पर पल-पल की निगरानी शुरू कर दी। साथ ही मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मान रहे हैं कि यह बड़ी लापरवाही है और मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। साथ ही स्टॉक में भी भारी संख्या में एक्सपायरी बोतले मिलने के मामले को भी गंभीर मान रहे है और मामले की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही किए जाने की बात कह रहे है।


बाइट - डॉ० ए के सिंह (सीएमओ कानपुर देहात)

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