भारत के राजनीतिक दलों में सबसे ज्यादा भारत में कांग्रेस पार्टी जिसका पूरा नाम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस है ने किया है। अट्ठारह सौ पचासी में इसकी स्थापना ब्रिटिश शासन काल में हुई थी। इसके संस्थापकों में दादाभाई नौरोजी और दिनशा वाचा शामिल थे। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में इस पार्टी की अहम भूमिका मानी जाती है। ब्रिटिश शासन काल में अपने करोड़ों सदस्यों व कार्यकर्ताओं के साथ आजादी की लड़ाई में इस पार्टी प्रमुख भूमिका निभाई।
आजाद भारत में प्रथम प्रधानमंत्री इसी पार्टी का रहा। 1947 में देश की आजादी के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एक प्रमुख राजनीतिक दल बन कर उभरा।
कांग्रेस ने इस देश पर सबसे ज्यादा राज किया। भारतीय राजनीति में सबसे ज्यादा प्रधानमंत्री कांग्रेस पार्टी के रहे। 49 वर्ष राज कर अब तक कांग्रेस पार्टी के 7 प्रधानमंत्री रहे है।2014 के चुनावों मे काँग्रेस का अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन रहा 543 लोकसभा सीटों मे सिर्फ 44 सांसद ही जीत दर्ज कर पाये ।
आज़ादी से अब तक कांग्रेस पार्टी के 7 प्रधानमंत्री
क्र० | प्रधानमन्त्री | वर्ष | अवधि | निर्वाचन क्षेत्र |
---|---|---|---|---|
1 | जवाहरलाल नेहरू | 1947–64 | 17 वर्ष | फूलपुर |
2 | गुलज़ारीलाल नन्दा | 1964, 1966 | 26 दिन | साबरकंठा |
3 | लाल बहादुर शास्त्री | 1964–66 | 2 वर्ष | इलाहाबाद |
4 | इन्दिरा गाँधी | 1966–77, 1980–84 | 16 वर्ष | उत्तर प्रदेश (राज्य सभा), रायबरेली, मेदक |
5 | राजीव गाँधी | 1984–89 | 5 वर्ष | अमेठी |
6 | पी॰ वी॰ नरसिम्हा राव | 1991–96 | 5 वर्ष | नांदयाल |
7 | मनमोहन सिंह | 2004–14 | 10 वर्ष | असम (राज्य सभा) |
काँग्रेस को सत्ता से दूर करने वाले प्रमुख आंदोलन व नेता
काँग्रेस पार्टी को सत्ता से उखाड़ फेकने का प्रथम विगुल 1967 मे राम मनोहर लोहिया ने फूंका लोहिया ने नारा दिया - "काँग्रेस हटाओ, देश बचाओ।" जिसने जवाहर लाल नेहरू की सत्ता को चुनौती दी और देश के 9 राज्यों मे काँग्रेस काँग्रेस को दूर होना पड़ा . देश के 9 राज्य पश्चिम बंगाल, बिहार, उड़ीसा, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, केरल, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में गैर कोंग्रेसी सरकारों का जीटीएचएन हुआ ।
काँग्रेस पार्टी को सत्ता से उखाड़ फेकने का दूसरा विगुल 1974 मे जे पी ने सम्पूर्ण क्रांति का नारा देकर फूंका ।जिसने तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की सत्ता हिला दी। इन्दिरा गांधी ने इमर्जेंसी लगा दी तथा विरोधी गुटों के नेताओं को जेल मे डाल दिया। फलस्वरूप जनता के आक्रो से इन्दिरा की सत्ता हिल गई.जनता पार्टी की स्थापना हुई.प्रथम गैर कोंग्रेसी प्रधानमंत्री के रूप मे मोरार जी देसाई। के अगुवाई मे सरकार का गठन हुआ।
1987 मे विश्वनाथ ने भ्राटाचार विरोधी आंदोलन चलाया विश्वनाथ प्रताप सिंह ने बोफोर्स दलाली काण्ड को लेकर राजीव गाँधी को सत्ता से हटा दिया।
2014 के आम चुनावों मे काँग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा आम चुनावों मे 543 लोकसभा सीटों मे से सिर्फ 44 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई ।जिसका बहुत बड़ा कारण भ्रष्टाचार के विरोध मे देशव्यापी चलाया गया अन्ना आंदोलन भी माना जाता है ।
2104 के आम चुनावों मे तत्कालीन हिंदूतत्व की छवि वाले नरेंद्र मोदी को एनडीए द्वारा प्रधानमंत्री का चेहेरा बनाया गया । नरेंद्र मोदी के अगुवाई मे 2014 में जहां
भाजपा को 282 लोकसभा सीटों पर जीत मिली थी वहीं 2019 में यह आंकड़ा बढ़कर 303 तक पहुंच गया है। 2019 के चुनावों में भाजपा की सिर्फ सीटों में ही बढ़ोतरी नहीं हुई है बल्कि 2014 के मुकाबले 33 प्रतिशत अधिक वोट । नरेंद्र मोदी ने देश की जनता 2014 में अच्छे दिन का वादा किया और देश के प्रधानमंत्री बने और 2020 में आत्मनिर्भर का नारा देकर पुनः साता हंसिल की मोदी को एक मजबूत और लोकप्रिय नेता माना जा रहा है । देश की सत्ता पर नरेंद्र मोदी को काबिज हुए सात साल हो गए हैं। नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों पर गौर करें तो देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में भारत का सम्मान बढ़ा है।
भाजपा को 282 लोकसभा सीटों पर जीत मिली थी वहीं 2019 में यह आंकड़ा बढ़कर 303 तक पहुंच गया है। 2019 के चुनावों में भाजपा की सिर्फ सीटों में ही बढ़ोतरी नहीं हुई है बल्कि 2014 के मुकाबले 33 प्रतिशत अधिक वोट । नरेंद्र मोदी ने देश की जनता 2014 में अच्छे दिन का वादा किया और देश के प्रधानमंत्री बने और 2020 में आत्मनिर्भर का नारा देकर पुनः साता हंसिल की मोदी को एक मजबूत और लोकप्रिय नेता माना जा रहा है । देश की सत्ता पर नरेंद्र मोदी को काबिज हुए सात साल हो गए हैं। नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों पर गौर करें तो देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में भारत का सम्मान बढ़ा है।
2014 के बाद काँग्रेस देश की सत्ता से दूर हो गई लेकिन नरेंद्र मोदी की तुलना मे काँग्रेस के पास कोई उनके टक्कर का चेहेरा नहीं है। काँग्रेस सोनिया गांधी के नेतृत्व में राहुल और प्रियंका गांधी के सहारे सत्ता के गलियारों में भारत पर पुनः राज्य करने का प्रयास कर रही है।
0 टिप्पणियाँ