मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में गौ आश्रय स्थल बनवाकर गायों को उचित रख रखाव के लिए दृण संकल्प किया था गायो को हरा चारा, भूसा, पीने के लिए पानी, साफ सफाई, भीषण धूप बरसात से बचाव के लिए टिन सेड बीमार होने पर क्षेत्रीय पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा इलाज आदि के लिए करोड़ो रूपये ग्राम पंचायत सचिव प्रधान के बैंक खातों में भेजा जाता है ।
आप को बता दें कि यूपी के सीतापुर जिले में परसेण्डी विकास खण्ड तालगांव व मोहरैय्या ग्राम पंचायतो के गौ आश्रय स्थलों में ऊपर से सूरज की भीषण गर्मी, एक फुट गोबरयुक्त कीचड़, तेज बारिश, सूखा भूसा, बेहाल गायों की लगातार मौते, मृत गायों के शव को चील कौव्वे कुत्ते नोच नोच कर खाते हुए तस्वीरे चीख चीख कर यह बता रही है कि किस प्रकार मूक पशुओ पर हुए अत्याचार की भयावह तस्वीरों से जिम्मेदारों की कृत्य पर प्रश्न चिन्ह लगती है ।
गौ आश्रय स्थलों की तस्वीरे सीतापुर जनपद की महज छोटा सा उदाहरण है देखा जाय तो जिले के गौआश्रय स्थलों की स्थिति क्या होगी गौआश्रय स्थलों की तस्वीरों से यह साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि जनपद के जिम्मेदार अधिकारियों ने उन रुपयों को बंदरबांट करने से बाज नही आते दिख रहे है ।
क्या कहते है डॉ.कलीम क्षेत्रीय पशु चिकित्साधिकारी परसेण्डी सीतापुर
वही तालगांव के गौआश्रय स्थल की देखरेख करने वाले ने बताया कि यहाँ की समस्या कोई सुनने वाला नही है ।
वही प्रभात कुमार सिंह मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सीतापुर का कहना है कि टिन सेड नही है गोबरयुक्त कीचड़ है पत्र भी लिखा है मौखिक भी कहा प्रयास जारी है समस्या का समाधान होगा ।
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