रिपोर्ट; अभिषेक सक्सेना
जीजा के शव से बीस फीट की दूरी पर पड़े साली के शव को पांच दिन बाद पुलिस ने खोजा
कोतवाली पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल परिजन का कहना है किसी का भी डीएनए टेस्ट के लिये नहीं लिया गया सेंम्पल
इटावा। कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत पडराये वाले हनुमान मंदिर से कुछ दूर एक टीले पर पांच दिन पूर्व जीजा का कंकल एवं साली का हाथ बरामद होने के बाद आज फिर साली के परिजनों ने अपने कलेजे का टुकड़ा का कंकाल बरामद किये जाने के बाद पुलिस को कटघरे में खड़ा कर दिया है। यहां पर उल्लेखनीय है कि पहले तो यह मामला दो थानों की पुलिस के बीच उलझा रहा और बाद में लेखपाल द्वारा सीमा निर्धारण किये जाने के बाद कोतवाली पुलिस ने फाॅरेंसिक टीम के साथ सबूत जुटाये थे लेकिन वहीं से महज बीस फीट की दूरी पर युवती का कंकाल मिलना कई तरह के सबाल खड़े कर रहा है। बताते हैं कि गत 4 अक्टूबर को एक युवक का कंकाल पड़ा मिला था तथा वहां से कुछ दूर एक महिला का हाथ ही पुलिस ने बरामद किया था। बताते चलें सोनू राठौर जोकि पृथ्वीपुर का निवासी था और किसकी ससुराल बसरेहर के अकबरपुर में थी तथा वह अपनी ससुराल में ही रहता था जिसके बाद 8 सितंबर को सोनू और उसकी साली ज्योति बिना बताए घर से लापता हो गए थे जिसकी सूचना परिजनों द्वारा थाने पर दी गई थी।
बीती 4 तारीख को सोनू का कंकाल ग्वालियर बाईपास के पास एक टीले पर पाया गया जिसकी सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी थी सूचना पर पहुंची पुलिस ने सोनू के कंकाल को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आसपास छानबीन करने पर एक महिला का हाथ भी बरामद हुआ था जिसके बाद पुलिस ने उसको भी पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पुलिस का कहना था जो कंकाल मिला है वह सोनू का है तथा जो हाथ मिला है वह उसकी साली ज्योति का है।
जिसके बाद सोनू के परिजनों ने पोस्टमार्टम करने के बाद सोनू का अंतिम संस्कार कर दिया।
शनिवार को ज्योति के परिजनों का मन नहीं माना तो वह घटनास्थल पर पहुंचे और ज्योति की तलाश शुरू कर दी करीब 2 घंटे तलाशने के बाद परिजनों को एक कंकाल बरामद हुआ। जिसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की और कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
वही ज्योति की मां ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ठीक से छानबीन करती तो उसी दिन यह कंकाल भी मिल सकता था पुलिस की लापरवाही के चलते आज हम लोगों ने खुद घटनास्थल पर आ कर छानबीन शुरू की जिसके बाद यह कंकाल बरामद हुआ। उसने कहा कि हमें आशंका है कि यह कंकाल ज्योति का ही हो सकता है क्योंकि जब सोनू का कंकाल यहां से मिला तो ज्योति भी उसके साथ ही गई हुई थी। इतना ही नहीं पुलिस ने कंकाल को परिजनों से टीले से नीचे उतरवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
लेकिन बड़ी बात यह है सोनू का कंकाल जब मिला था तब पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने जाकर घटनास्थल का निरीक्षण किया था तब उनको यह कंकाल क्यों नहीं मिला जो कि वह घटनास्थल से लगभग 20 मीटर की दूरी पर पड़़ा हुआ था। लोगों का कहना है कि अगर पुलिस ठीक तरह से काम करती तो शायद आज उसकी फजीहत नहीं होती दूसरे अभी तक इन कंकालों की जांच के लिये किसी परिजन का डीएनए टेस्ट के लिये ब्लड सेम्पल नहीं लिया गया है।
1 पुलिस दुबारा वहां छानबीन करने क्यों नहीं गई।
2 पुलिस को सोनू के पास कि कुछ दूरी पर उसकी साली का साफ क्यों नहीं दिखा।
3 पुलिस ने आखिर घर वालों का ब्लड सैंपल लेकर डीएनए टेस्ट क्यों नहीं कराया।
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