बसपा प्रत्याशी अपने समाज के लोगों को रिझाने में रही नाकामयाब
कालपी-8 माधौगढ़-3 तथा उरई विधानसभा से मात्र 4 बसें ही पहुंच सकी
उरई/जालौन। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया एवं प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बहन मायावती ने मान्यवर कांशीराम जी के परिनिर्वाण दिवस को भब्य बनाने के उद्देश्य से राजधानी लखनऊ में सभी जनपदों से कार्यकर्ताओं को बुलाया था जिसके लिए हर विधानसभा क्षेत्र से बसों को लाने का लक्ष्य भी जिलाध्यक्ष को दिया गया था जिसका पालन करते हुए बसपा जिलाध्यक्ष ने जनपद की तीनों विधानसभाओं से चुनाव लड़ने वाले संभावित प्रत्याशियों एवं पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशियों को लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिये गये थे। सूत्रों की मानें तो हर विधानसभा क्षेत्र से 10-10 बसों का लक्ष्य रखा गया था मगर विधानसभा क्षेत्र के जिम्मेदार लोग लक्ष्य को पूरा नहीं कर सके यहीं बजह रही कि आशा के अनुरूप बसपा कार्यकर्ता लखनऊ में मनायें जाने वाले मान्यवर कांशीराम जी के परिनिर्वाण दिवस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। बताते चले कि बसपा ने केवल माधौगढ़ विधानसभा क्षेत्र से शीतल कुशवाहा को प्रत्याशी घोषित किया है और शीतल कुशवाहा अपने समाज के ही लोगों को जोड़ने में नाकामयाब हो रही हैं हाल ही में उन्हीं के कुशवाहा समाज ने भारतीय जनता पार्टी के जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी व भाजपा विधायक के सुपुत्र आशु का तुलादान कर सम्मानित किया था इससे साफ जाहिर होता है कि कुशवाहा समाज शीतल कुशवाहा के टिकट होने के बाद नाराज सा लग रहा है। यही कारण रहा कि माधौगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कार्यकर्ताओं के अभाव के चलते मात्र 3 बसें ही लखनऊ के लिए रवाना हो सकी। जबकि कालपी से 8 बसे तथा उरई विधानसभा से केवल 4 बसें ही लखनऊ कार्यक्रम में पहुंच सकी।
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