गलत तरीके से माधौगढ़ के प्रत्याशी का हुए चयन प्रक्रिया से बसपा के नेता नाराज
उरई/जालौन। जिले के बसपा के तीन वरिष्ठ नेता शीघ्र ही भाजपा का दामन थामेंगे। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि बसपा के तीन बडे नेता शीघ्र ही भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं। इसकी वजह यह बताई जा रही है कि आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा को विभिन्न पॉलीटिकल सर्वे में मुख्य लड़ाई में नहीं माना जा रहा है। ज्यादातर पॉलीटिकल सर्वे भाजपा और सपा के बीच थी मुख्य मुकाबला बता रहे हैं। इसके अलावा बसपा से निकले तमाम नेता यह आरोप लगा रहे हैं के बसपा में बिना अच्छा पैसा दिए टिकट नहीं मिलता है इसके बाद चुनाव में भी अच्छा खासा धन खर्च करना पड़ता है। यदि कोई पार्टी के चुनाव में सुनिश्चित जीत दिखाई दे तो संभावित टिकट के दावेदार मनमाना पैसा खर्च करने को भी तैयार रहते हैं लेकिन जब ऐसी स्थितियों मे नहीं दिखाई दे रही है तो उन्होंने चुनावी वैतरणी पार करने के लिए दूसरे दलों में भी टिकट की जुगाड़ लगानी अभी से शुरू कर दी है। उधर भाजपा नेतृत्व द्वारा उत्तर प्रदेश विधानसभा में वर्तमान विधायकों में से 30 से 40 प्रतिशत तक वर्तमान विधायकों के टिकट काटे जाने की संभावना जताए जाने के बाद से बसपा के 3 बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ने का मन पूरी तरह बना लिया है। बसपा छोड कर भाजपा मे जाने वाले तीन वरिष्ठ नेता मे एक माधौगढ विधान सभा क्षेत्र के एक कालपी विधान सभा क्षेत्र के तथा तीसरे अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित उरई विधान सभा सीट है एैसी चर्चा जोरो पर है। बसपा के ये तीनो नेताओ ने भाजपा मे अपने अपने करीबियो के माध्यम से भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन, सुनील बंसल और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से भी भेट कर भाजपा मे शामिल होने की गोपनीय रणनीति बना चुके। यह तीनो नेता अब तक भाजपा मे शामिल हो चुके होते। लेकिन लखीमपुर कांड मे किसानो और एक पत्रकार तीन भाजपा कार्यकर्ताओ समेत कुल 8 लोगो की हुई हत्या के विरोध मे उठे भीषण बवाल मे बसपा के इन तीनो नेताओं ने अभी कुछ दिनो के लिए अपने को रोक लिया है। लेकिन इनके भाजपा के प्रांतीय शीर्ष नेताओ के समक्ष पार्टी मे शामिल होने की संभावना है।
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