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असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक विजयदशमी मेला एवं दशानन दहन बड़ी धूमधाम से मनाया गया, कोरोना गाइडलाइन की उड़ी खुलेआम धज्जियां


कानपुर नगर।पिछले 2 वर्षों के कोरोना महामारी के बाद इस वर्ष कानपुर में दशहरा बड़ी धूमधाम से मनाया गया। रामलीला कमेटियों द्वारा असत्य पर सत्य की जीत के विजय के उदाहरण स्वरूप रावण का पुतला दहन किया गया।




कानपुर के परेड, अरमापुर, लाजपत नगर नारायण पुरवा, कमला नगर , गीता पाठ शास्त्री नगर रेल बाजार सहित कानपुर के विभिन्न मैदानों पर रावण का पुतला दहन।

कानपुर की जनता काफी रोमांच दिखाएं पूरे परिवार सहित बच्चों ने भी मेले का लुफ्त उठाया।


चिंता की बात यह है कि अभी कुरोना की तीसरी लहर की चेतावनी के बावजूद कोरूणा गाइडलाइन का कहीं भी पालन नहीं दिखाओ। शासन प्रशासन का पालन कराने में विफल दिखाई दिया।






पूरे देश में विजयदशमी के दिन रावण का पुतला दहनकर दशहरा का पर्व मनाया जाता है,,,,,हर जगह रावण के बिभिन्न और आकर्षक स्वरुप बनाये जाते है,,,, लेकिन कानपुर में इस बार बनाया गया रावण कुछ ख़ास है,,,,राजस्थान से आये 20 कारीगरों ने एक महीना की कड़ी मेहनत के बाद 90 फुट ऊंचा रावण बनाया है,,,,, 


परेड रामलीला मैदान में इस दशहरे 90 फुट का रावण देखने को मिला जिसका निर्माण राजस्थान के कारीगर सलीम खान और उनकी टीम ने किया |,,,,यह रावण पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक गैजेट से लैस रहा और रिमोट का बटन दबाते ही इसके एक एक सर में धमाका हो गया,,,,सर में धमाका होने के साथ ही रावण अट्टाहस किया,,,,आँखों से अंगारे निकलेंगे और मुँह से फूल झड़ें,,,,,जिसने दर्शको में रोमांच पैदा कर देगा,,,,,| 


कानपुर,रेल बाजार में रावण 45 फिट बना था, 

करो ना कॉल के कारण सरकार की गाइड लाइन के अनुसार 2 वर्षों से रेल बाजार में रामलीला का आयोजन किया जाता था 2 वर्षों से रामलीला कार्यक्रम ना करके अखंड रामायण करने के उपरांत रावण दहन का आयोजन छोटे से मेले के रूप में किया जाता है


पुतला दहन:1. रामलीला मैदान पर परेड(90 फिट ऊंचाई)


2.रेल बाजार(45 फिट ऊंचाई)


3.लाजपत नगर(45 फिट ऊंचाई)

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