यहां मम्मियाँ और उनके बच्चे मिलकर चलाते हैं चरस-गांजे का बाजार
कानपुर नगर। कानपुर किदवई नगर कंजर्नपुरवा व इसके आस पास में दस-बारह साल के बच्चे बेंच रहे चरस और गांजा।
यहां मम्मियां बनाती हैं और दस-बारह साल के बच्चे बेंचते हैं चरस, गांजा और नशे की गोलियां
छोटे बच्चों से लेकर बूढ़े तक यहां चरस की शुद्धता पहचान्ने में है एक्सपर्ट।
यहाँ की महिलाओं के बेटे-बेटियाँ खुलेआम टहल कर बेंचते हैं गांजा चरस।
उड़ता पंजाब के रास्ते पर है यहां की युवा पीढ़ी,10 से 12 साल के बच्चे हो रहे है नसे की आदि।
कानपुर पुलिस जान के बनी है अंजान,पढ़ाई लिखाई करने वाले छात्रों के हाथ मे पेन की जगह गाजे से भरी सिगरेट देखने को मिलती है।
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