कानपुर नगर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अंतर्गत संचालित कल्याणपुर स्थित साकभाजी विज्ञान विभाग के फसल के फसल सुरक्षा वैज्ञानिक डॉक्टर आरके पाल ने आलू फसल में पछेती झुलसा रोग के प्रबंधन हेतु किसान भाइयों हेतु एडवाइजरी जारी की है।
उन्होंने बताया कि मौसम में त्वरित बदलाव के कारण फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।उन्होंने कहा कि आलू फसल में पछेती झुलसा रोग और माहूँ जैसे कीट तीव्र गति से बढ़ सकते हैं। जिससे आलू की फसल को नुकसान होने की संभावना है।
अतः किसान भाई पछेती झुलसा रोग के प्रबंधन हेतु कवकनाशी साईमॉक्सीनिल एवं मैनकोज़ेब 0.2% के मिश्रण का तुरंत फसल पर छिड़काव कर दें। वैज्ञानिक डॉ आर के पाल ने किसानों को सलाह दी है कि वायरस रोग का प्रसार सफेद मक्खी द्वारा होता है। अतः रोग को एक पौधे से दूसरे पौधों पर स्थानांतरण को रोकने एवं माहू कीट के नियंत्रण हेतु इमिडाक्लोप्रिड 0.03% घोल को कवकनाशी साईंमॉक्सीनिल एवं मैनकोज़ेब 0.2% के मिश्रण के साथ ही मिलाकर छिड़काव करें।
डॉक्टर पाल ने किसानों को सलाह दी है। कि जब तक मौसम में बदली और उतार-चढ़ाव रहे तब तक आलू की फसल की देखरेख अत्यंत आवश्यक है।
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