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आंगनवाड़ी केंद्र पर लगाया स्थानीय लोगो ने कालाबाजारी का आरोप।

   



 अभिकथन/फ़िरोज़ाबाद/:-जनपद फ़िरोज़ाबाद अंतर्गत थाना नारखी के गांव बछगांव में आंगनवाड़ी संचालिका रेखा रानी पत्नी ओमप्रकाश बघेल  द्वारा बच्चों के वितरण के लिए आने वाले पौष्टिक आहार की खुले आम कालाबाजारी की जाने की चर्चा हो रही है। स्थानीय लोगो का कहना है कि बच्चों के पौष्टिक आहार को खुले बाजार में अलग अलग 
कीमतों पर बेचा जा रहा है। 

   मामले की पड़ताल के लिए एक साथी पत्रकार एक 3 वर्षीय बच्चे के अभिभावक बन कर आंगनवाडी केंद्र पहुँचे और बच्चे का टीकाकरण कार्ड संचालिका को देकर बच्चे को मिलने वाली सामग्री माँगी तो प्रत्युत्तर में संचालिका द्वारा 3 वर्ष के बच्चे को बुलाने की बात कही गयी । जब पत्रकार साथी द्वारा कोरोना की वजह से बच्चे के आने की असमर्थता जताई गई और बच्चों को कोरोना से बचाव हेतु सरकार द्वारा सभी स्कूल संस्थान 23 जनवरी तक बंद रखने बाबत बात की गई तो संचालिका भड़क गई और पत्रकार साथी को उल्टा सीधा बोलते हुए कहने लगी जब तक बच्चा यहाँ नही आएगा हम पौषटिक आहार नही देंगे ।यह आदेश आंगनवाड़ी के लिए नही है ।सिर्फ स्कूलों के लिए है। 

पत्रकार साथी द्वारा जब इस तरह बच्चों के न पहुचने से बचने वाली सामग्री के बाबत पूछा गया तो संचालिका आग बबूला हो गयी और पत्रकार साथी को बोलने लगी तुम कौन होते हो ये सब जानने वाले । हम चाहै इसे बांटे या बाजार में बेचे।  

संचालिका द्वारा किये गए इस तरह के व्यवहार का जब पत्रकार द्वारा विरोध किया गया तो संचालिका बोले जाओ तुम्हे जो करना है कर लो। हम बच्चे के आंगनवाड़ी आये बिना उसकी सामग्री नही देंगे चाहे कोरोना हो या सरकार का आदेश।

   आंगनवाड़ी संचालिका के इस तरह के व्यवहार से योगी सरकार द्वारा बच्चों के वितरण हेतु आने वाले पौष्टिक आहार योजना को पलीता लगाया जा रहा है। 

 एक तरफ़ सरकार बच्चों को कोरोना से बचाव हेतू भरसक प्रयास कर रही है वही दूसरी तरफ आंगनवाड़ी संचालिका द्वारा बच्चे को बुलाने की बात कह कर सरकार के बचाव कार्य मे बाधा उतपन्न की जा रही है। 

  पत्रकार साथी द्वारा इस कोरोना काल मे बच्चे को आंगनवाड़ी केंद्र बुलाने सम्बन्धी बात की सत्यता की जानकारी हेतु सक्षम अधिकारी को कॉल किया गया तो काल रिसीव न होने के कारण उनसे बात नही हो पाई।

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