कानपुर नगर। विश्व को करुणा,मैत्रयी,दया,बंधुत्व,शांति व समरसता का पाठ पढ़ाने वाले तथागत भगवान गौतम बुद्ध की 2566 वीं त्रिविध पावनी पूर्णिमा के शुभ अवसर पर "भेदभाव छोड़ो-भारत जोड़ो" अभियान के सूत्रधार अनुभव चक ने बुद्धा पार्क इंद्रानगर स्थित बुद्ध प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित कर व पुष्प अर्पित कर भगवान बुद्ध को नमन किया।
इस अवसर पर अनुभव चक ने कहा कि तथागत भगवान बुद्ध के बताए मार्ग पर चलकर ही भारत पुनः "विश्व गुरु" बन सकता है।अनुभव चक ने ये भी बताया कि आज के दिन को त्रिविध पावनी बुद्ध पूर्णिमा इसलिये कहा जाता है क्योंकि इसी पूर्णिमा को भगवान बुद्ध का जन्म हुआ, इसी पूर्णिमा को उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ एवं इसी पूर्णिमा को उन्होंने अपनी देह का त्याग अर्थात महापरिनिर्वाण किया था।
इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से दिलीप (क्षेत्र संयोजक पूर्वी क्षेत्र-सामाजिक समरसता गतिविधि,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ), रतन लाल,महेंद्र,राजेन्द्र,जयेश सोनकर,ब्रजेश,नीरज कुरील,अजीत कठेरिया,अजय अग्निहोत्री,पारस शर्मा,कमल वाल्मीकि,ब्रजेश स्वाडोर,रामू सोनकर,अजय कुशवाहा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
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