रिपोर्ट:अवनीश तिवारी
कन्नौज। पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए कन्नौज में मंगलवार को जगह जगह हवन पूजन के कार्यक्रम संपन्न हुए। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्राचीन क्षेमकली देवी मंदिर में पूर्व सांसद डिंपल यादव के प्रतिनिधि रहे नवाब सिंह यादव के नेतृत्व में हवन पूजन के साथ मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
क्षेमकली देवी मंदिर काफी प्राचीन है। यह वही मंदिर है जहां पर कन्नौज के प्रतापी सम्राट महाराज जयचंद की पुत्री संयोगिता माता क्षेमकली का पूजन अर्चन करने आती थी।
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने वर्ष 1999 में कन्नौज संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था और चुनाव जीतने के बाद उन्होंने यह सीट अपने पुत्र अखिलेश यादव के लिए खाली कर दी थी जहां 2000 में अखिलेश यादव पहली बार कन्नौज से लोकसभा का उपचुनाव लड़े और विजय पाई। उसके बाद लगातार वह कन्नौज से तीन बार सांसद रहे। इसी वजह से कन्नौज के लोगों का काफी जुड़ाव नेता जी से है।
इस मौके पर नवाब सिंह ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ऐसे नेता है जिन्होंने जीवन भर गरीबों किसानों व नौजवानों की लड़ाई लडने का काम किया है। उनका कन्नौज क्षेत्र से विशेष लगाव रहा और हमेशा कन्नौज के विकास को तरजीह दी। हमे नेता जी के मार्गदर्शन की बहुत आवश्यकता हैं।
इस मौके पर दरोगा कटियार, सुरेंद्र कुशवाहा, संजय दुबे, अमित मिश्र, संदीप यादव, कुट्टू पांडे, शिवम, गगन, वीरपाल सिंह यादव, लाला राजपूत, रमेश यादव समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
हर्षकालीन सिद्ध गौरीपीठ कान्यकुब्जाधिपति बाबा गौरीशंकर मंदिर में भी पूर्व सपा विधायक अनिल दोहरे ने पूजन अर्चन किया और नेता जी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
सपा जिला कार्यालय में भी सपा नेताओं ने हवन पूजन किया और संरक्षक मुलायम सिंह यादव के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। इस मौके पर पूर्व विधायक अनिल दोहरे, जय कुमार तिवारी बड़े बऊअन, सपा जिलाध्यक्ष कलीम खान सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। कलीम खां जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में बाबा हाजी की दरगाह पर मुलायम सिंह यादव के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए चादर चढ़ाई गई। इस मौके पर मो नावेद सभासद, जावेद सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इसके अलावा तिर्वा, छिबरामऊ सहित अन्य स्थानों पर भी सपा कार्यकर्ताओं द्वारा आज विशेष हवन, पूजन दुर्गा चालीसा, हनुमान चालीसा व सुंदरकांड पाठ के आयोजन किए गए।
0 टिप्पणियाँ