कानपुर नगर। एस एस प्रमुख मोहन भागवत ने कानपुर में बाल्मीकि जयंती पर नाना राव पार्क में बाल्मिक समाज को किया संबोधित |
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएएस) प्रमुख मोहन भागवत उत्तर भारत के पहले ‘स्वर संगम घोष’ शिविर में शिरकत के लिए शनिवार को कानपुर पहुंचे।
आरएसएस का वार्षिक पांच दिवसीय ‘स्वर संगम घोष’ शिविर कार्यक्रम बृहस्पतिवार को दीन दयाल उपाध्याय सनातन धर्म विद्यालय और वीएसएसडी कॉलेज में शुरू ।
आरएसएस का वार्षिक पांच दिवसीय ‘स्वर संगम घोष’ शिविर कार्यक्रम बृहस्पतिवार को दीन दयाल उपाध्याय सनातन धर्म विद्यालय और वीएसएसडी कॉलेज में शुरू ।
भागवत के कानपुर दौरे के मद्देनजर व्यापक पुलिस बल तैनात किया गया है।
आरएसएस का वार्षिक पांच दिवसीय ‘स्वर संगम घोष’ शिविर कार्यक्रम बृहस्पतिवार को दीन दयाल उपाध्याय सनातन धर्म विद्यालय और वीएसएसडी कॉलेज में शुरू ।
कानपुर के नाना राव पार्क में आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघ प्रमुख मोहन भागवत बाल्मीकि जयंती के उपलक्ष में होने वाले कार्यक्रम में शामिल हुए उन्होंने संबोधन करते हुए बाल्मीकि जयंती एक राष्ट्रीय पर्व की तरह है।
मैं इससे पहले भी नागपुर में बाल्मीकि मंदिर के उद्घाटन समारोह में भी शामिल हो चुका हूं और जहां भी मुझे मौका मिलता है मैं बाल्मीकि समाज और बाल्मीकि जयंती के दिन समारोह में पहुंचता हूं बाल्मीकि जी का हर हिंदू समाज के हिंदू पर उपकार है कि उन्होंने रामायण लिखी अगर वह रामायण नहीं लिखते तो भगवान राम के बारे में किसी को भी ना पता होता बाल्मीकि जी के चलते ही देश में भगवान राम की पूजा होती है।
इसलिए राम नाम के साथ रामायण को गाने वालों को बाल्मीकि जी का भी स्मरण करना चाहिए उन्होंने यह भी कहा किस अंग के लोग हमेशा से समाज और हिंदू समाज के लिए काम करते रहे हैं क्योंकि मैं संघ प्रमुख हूं इसलिए मैं हर समाज के बीच मिठाई की तरह नहीं बताते की तरह बन कर रहूंगा जिससे मैं लोगों के बीच जल्दी घुल मिल जाऊं आने वाले 25 साल ऐसे होंगे जब सब बाल्मीकि समाज के लोगों को सम्मान देंगे और दुनिया कहेगी कि बाल्मीकि जी ने बहुत बड़ा उपकार का काम किया था
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