प्रयागराज की एमपी एमएलए कोर्ट ने प्रचलित उमेश पाल अपहरण केस देश में मैं अतीक अहमद तथा अन्य 3 को आजीवन कारावास तथा ₹100000 जुर्माने की सजा सुनाई। जबकि 7 लोगों को दोषमुक्त करार दिया गया जिसमें अतीक अहमद के भाई अशरफ भी शामिल है, जिन तीन लोगों को दोषी करार दिया गया उनमें अतीक अहमद तथा उनका वकील खान सौलत हनीफ और दिनेश पासी भी शामिल है।
'अतीक के खौफ का अंत हुआ'
अतीक अहमद की सजा पर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि "योगी सरकार में अतीक के खौफ का अंत हुआ है. अभियोजन पक्ष ने मजबूती से कोर्ट में पक्ष रखा, ये योगी सरकार की मजबूत इच्छाशक्ति से संभव हुआ है. उन्होंने कहा कि एक समय था जब अतीक के मामले में सुनवाई से दर्जनभर न्यायाधीशों ने अपने आप को अलग कर लिया था, आज न्याय हुआ है. माफिया को मिट्टी में मिलाने का संकल्प पूरा करके रहेंगे."
उमेश पाल अपहरण केस में अदालत ने जब अतीक अहमद समेत 3 को इस मामले में दोषी करार दिया तो अतीक अहमद सन्न रह गया. अतीक चुपचाप कोर्ट में नीचे की ओर नजर करके खड़ा रहा. उसने एक बार भी जज की ओर नजर उठाकर नहीं देखा, वहीं कोर्ट ने जब उसके भाई अशरफ को दोषमुक्त किया तो उसकी आंखों से आंसू छलक उठे. दूसरी तरफ अतीक अहमद को लेकर कोर्ट में अधिवक्ताओं के बीच भी खासी नाराजगी देखने को मिली. कोर्ट की लॉबी में अधिवक्ता अतीक अहमद को फांसी देने की मांग करते हुए नजर आए. इस दौरान यहां खूब नारेबाजी देखने को मिली.
आपको बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद यूपी विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कहा था कि वो माफियाओं को बख्शेगे नहीं. ऐसे माफियाओं को मिट्टी में मिला दिया जाएगा
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