कानपुर नगर। कोपरगंज स्थित कपड़ा बाजार में हुए अग्निकांड से प्रभावित परिवार एवं बाजार में काम करने वाले कमर्चारियों के बच्चों की शिक्षा में किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न हो, इसके संबंध में आज जिलाधिकारी श्विशाख जी0 की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में अपर जिलाधिकारी वित्त/राजस्व राजेश कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी, विभिन्न शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधि, सीबीएससी, आईसीएससी बोर्ड के कोऑडिनेटर, यूपी बोर्ड, माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा , विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार , प्रधानाचार्य एसोसिएशन, विभिन्न औधोगिक संगठनों व संगठनों के प्रतिनिधि एवं व्यापारी संगठनों के साथ बैठक सम्पन्न हुई।
पीड़ित परिवार एवं मार्केट में कार्य करने वाले कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा फ़ीस के आभाव में बाधित न हो पाए। इसके लिए समस्त सीबीएससी, आईसीएससी बोर्ड के कोऑडिनेटर, यूपी बोर्ड माध्यिमक शिक्षा, उच्च माध्यिमक शिक्षा व अन्य शिक्षण संस्थानों के उपस्थित प्रतिनिधियों से जिलाधिकारी द्वारा अपील की गई कि अग्निकाण्ड से पीड़ित परिवार के बच्चों पढ़ाई फीस के अभाव में बाधित न हो इसके संबंध में समस्त शिक्षण संस्थान अपने मैनजमेंट से वार्ता करते हुए आवश्यक कदम उठाए।
समस्त औधोगिक संगठन/व्यापारी संगठन, अपने संगठन की ओर से पीड़ित परिवार के बच्चों की शिक्षा लगातार जारी रहे, इसके संबंध में अपने संगठनों के माध्यम से बच्चों को गोद लेने की कार्यवाही सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी द्वारा जनपद कानपुर नगर के समस्त सक्षम सभ्रान्त नागरिको से अपील की गई कि इस आपदा की घड़ी में वे आगे आए तथा पीड़ित बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाने में अपना सहयोग प्रदान करे।
बैठक के दौरान आईसीएससी/सीबीएससी एवं निजी विद्यालयों के विभिन्न संगठनों द्वारा इस पर सहमति जताते हुए यह अवगत कराया गया कि अग्निकांड से पीड़ित परिवारों के आश्रित बच्चों की पढ़ाई में किसी भी प्रकार की समस्या नही होने दी जाएगी एवं संगठनों द्वारा इस बात का आश्वासन भी दिया गया है कि बच्चों की पढ़ाई एवं उससे जुडे़ हुए खर्च के संबंध में अपने स्तर से भी मदद की जाएगी। विभिन्न शिक्षक संगठनों द्वारा भी बच्चों को गोद लेकर उनकी पढ़ाई में मदद देने के संबंध में आश्वासन दिया गया।
इस संबंध में आगे कार्यवाही सुनिश्चित कराने हेतु व्यापारिक संगठनों से आग्रह किया गया कि व्यापारी या कर्मचारी, जो इस अग्निकांड से प्रभावित हुए है एवं जिनकी बच्चों की फीस जमा करने में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, उनका विवरण/विद्यालय का विवरण सहित उपलब्ध कराया जाए ताकि विद्यालयों से इस विवरण को शेयर करते हुए अग्रेतर कार्यवाही की जा सके।
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