Hot Posts

6/recent/ticker-posts

हिंदू पंचांग:बरुथिनी एकादशी - 16 अप्रैल 2023,एकादशी में क्या करें, क्या न करें

 
🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞

⛅दिनांक - 16 अप्रैल 2023



*⛅दिन - रविवार*

*⛅विक्रम संवत् - 2080*

*⛅शक संवत् - 1945*

*⛅अयन - उत्तरायण*

*⛅ऋतु - वसंत*

*⛅मास - वैशाख (गुजरात, महाराष्ट्र में चैत्र)*

*⛅पक्ष - कृष्ण*

*⛅तिथि - एकादशी शाम 06:14 तक तत्पश्चात द्वादशी*

*⛅नक्षत्र - धनिष्ठा प्रातः 05:51 तक तत्पश्चात शतभिषा*

*⛅योग - शुक्ल रात्रि 12:13 तक तत्पश्चात ब्रह्म*

*⛅राहु काल - शाम 05:25 से 07:01 तक*

*⛅सूर्योदय - 06:19*

*⛅सूर्यास्त - 07:01*

*⛅दिशा शूल - पश्चिम दिशा में*

*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:48 से 05:34 तक*

*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:17 से 01:02 तक*

*⛅व्रत पर्व विवरण - वरुथिनी एकादशी, श्री वल्लभाचार्य जयंती*

*⛅विशेष - एकादशी को शिम्बी (सेम) खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*


🌹 बरुथिनी एकादशी - 16 अप्रैल 2023


🔹एकादशी में क्या करें, क्या न करें ?🔹


*🌹1. एकादशी को लकड़ी का दातुन तथा पेस्ट का उपयोग न करें । नींबू, जामुन या आम के पत्ते लेकर चबा लें और उँगली से कंठ शुद्ध कर लें । वृक्ष से पत्ता तोड़ना भी वर्जित है, अत: स्वयं गिरे हुए पत्ते का सेवन करें ।*


*🌹2. स्नानादि कर के गीता पाठ करें, श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करें ।*


*🌹हर एकादशी को श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है ।*

*राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे ।*

*सहस्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने ।।*


*एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से श्री विष्णुसहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*


*🌹3. `ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ इस द्वादश अक्षर मंत्र अथवा गुरुमंत्र का जप करना चाहिए ।*


*🌹4. चोर, पाखण्डी और दुराचारी मनुष्य से बात नहीं करना चाहिए, यथा संभव मौन रहें ।*


*🌹5. एकादशी के दिन भूल कर भी चावल नहीं खाना चाहिए न ही किसी को खिलाना चाहिए । इस दिन फलाहार अथवा घर में निकाला हुआ फल का रस अथवा दूध या जल पर रहना लाभदायक है ।*


*🌹6. व्रत के (दशमी, एकादशी और द्वादशी) - इन तीन दिनों में काँसे के बर्तन, मांस, प्याज, लहसुन, मसूर, उड़द, चने, कोदो (एक प्रकार का धान), शाक, शहद, तेल और अत्यम्बुपान (अधिक जल का सेवन) - इनका सेवन न करें ।*


*🌹7. फलाहारी को गोभी, गाजर, शलजम, पालक, कुलफा का साग इत्यादि सेवन नहीं करना चाहिए । आम, अंगूर, केला, बादाम, पिस्ता इत्यादि अमृत फलों का सेवन करना चाहिए ।*


*🌹8. जुआ, निद्रा, पान, परायी निन्दा, चुगली, चोरी, हिंसा, मैथुन, क्रोध तथा झूठ, कपटादि अन्य कुकर्मों से नितान्त दूर रहना चाहिए ।*


*🌹9. भूलवश किसी निन्दक से बात हो जाय तो इस दोष को दूर करने के लिए भगवान सूर्य के दर्शन तथा धूप-दीप से श्रीहरि की पूजा कर क्षमा माँग लेनी चाहिए ।*


*🌹10. एकादशी के दिन घर में झाडू नहीं लगायें । इससे चींटी आदि सूक्ष्म जीवों की मृत्यु का भय रहता है ।*


*🌹11. इस दिन बाल नहीं कटायें ।*


*🌹12. इस दिन यथाशक्ति अन्नदान करें किन्तु स्वयं किसीका दिया हुआ अन्न कदापि ग्रहण न करें ।*


*🌹13. एकादशी की रात में भगवान विष्णु के आगे जागरण करना चाहिए (जागरण रात्र 1 बजे तक) ।*


*🌹14. जो श्रीहरि के समीप जागरण करते समय रात में दीपक जलाता है, उसका पुण्य सौ कल्पों में भी नष्ट नहीं होता है ।*


*🔹 इस विधि से व्रत करनेवाला उत्तम फल को प्राप्त करता है ।*


*🔹 रविवार विशेष🔹*


*🔹 रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*


*🔹 रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)*


*🔹 रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)*


*🔹 रविवार सूर्यदेव का दिन है, इस दिन क्षौर (बाल काटना व दाढ़ी बनवाना) कराने से धन, बुद्धि और धर्म की क्षति होती है ।*


*🔹 रविवार को आँवले का सेवन नहीं करना चाहिए ।*


*🔹 स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए । इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं ।*


*🔹 रविवार के दिन पीपल के पेड़ को स्पर्श करना निषेध है ।*


*🔹 रविवार के दिन तुलसी पत्ता तोड़ना वर्जित है ।*


*🌞🚩🚩 *" ll जय श्री राम ll "* 🚩🚩🌞*

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ