आवास विकास के बर्खास्त बाबू निकला नटवरलाल ,प्लाट दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी का मुकदमा दर्ज
फरवरी माह से आधा दर्जन से अधिक धोखाघड़ी मामलों में भेजा गया था जेल |
लखनऊ,अमरनाथ सिंह- आशियाना थाने में मंगलवार को एक बार फिर आवास विकास के बर्खास्त बाबू के खिलाफ प्लाट दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी व धमकी देने का मुकदमा दर्ज हुआ है। इस दौरान बर्खास्त बाबू व उसके 4 साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया जिनमें से दो ने अपने आपको आवास विकास का ज्वाइंट कमिश्नर बताया था। बता दें कि फरवरी माह में उसे पीजीआई पुलिस ने जेल भेजा था लेकिन एक माह में ही वो जेल से छूट गया और जिन लोगों से उसने ठगी की अब उन्हे धमकियां दे रहा है।
आलम अपने परिवार संग रुचि खंड प्रथम में रहते हैं। आलम ने बताया कि काफी दिनों से वह और उसके मित्र सुभाष व सिराजुल आवास विकास की वृन्दावन योजना में प्लाट तलाश रहे थे। इसी बीच उनकी मुलाकात आजाद नगर निवासी सिराजुद्दीन शेख से हुई जो प्रॉपर्टी की खरीद फरोख्त करवाता था। आलम ने बताया कि 5 अक्टूबर 2021 को सिराजुद्दीन राजेन्द्र प्रसाद और उसके साथियों के साथ आलम के घर आया। इस दौरान उसने राजेन्द्र प्रसाद को आवास विकास का बड़े बाबू, लक्ष्मण प्रसाद और अनिल कुमार को आवास विकास का ज्वाइंट कमिश्नर और अजय उर्फ देवकरन व यशवंत को सहयोगी बताया। इस दौरान उन लोगों ने कैंसिल प्लाटों को दिलाने की बात कही तो आलम ने 8 भूखंडो के एवज में उन्हें कुल 1 करोड़ 15 लाख, सुभाष ने एक भूखंड के एवज में 20 लाख और सिराजुल ने भी एक भूखंड के एवज में 10 लाख रुपये राजेन्द्र व उसके साथियों को कुछ दिनों में दे दिए। आरोप है कि इसके बाद राजेन्द्र व उसके साथियों ने अलॉटमेंट लेटर तो दे दिए लेकिन रजिस्ट्री करने को तैयार नही थी।
तभी बीते फरवरी माह में अखबारों में प्रकाशित हुई राजेन्द्र प्रसाद की पीजीआई पुलिस द्वारा की गयी गिरफ्तारी की खबर देखकर आलम व उसके साथियों के पैरों तले जमीन खिसक गयी। उन्होंने राजेन्द्र के परिवार से सम्पर्क किया तो उसकी पत्नी रूपमणि राय और सहयोगी शानू व इमरान ने राजेन्द्र के जेल से छूटने का हवाला देते हुए मोहलत मांगी साथ ही शिकायत न करने की बात कहते हुए धमकाया भी। लेकिन जेल से छूटने के बाद बीते 28 मार्च को राजेन्द्र अपने सहयोगियों शानू, इमरान, सिराजुद्दीन शेख, देवकरन व यशवंत यादव को लेकर उनके घर पहुंचा और आलम व उसके साथियों को शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद पीड़ितों ने आशियाना थाने में शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने एसपी कैंट अनूप कुमार सिंह से गुहार लगाई, वहीं मंगलवार को एसीपी के आदेश पर आलम की तहरीर पर राजेन्द्र प्रसाद, अजय उर्फ देवकरन, यशवंत, लक्ष्मण प्रसाद, अनिल कुमार के खिलाफ कूटरचित दस्तावेज तैयार कर ठगी करने व जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज हुआ।
0 टिप्पणियाँ