कई दिनों से बना रहस्य खत्म....आखिरकार मिल ही गयी कोतवाली से गायब अष्टधातु की मूर्ति...पूर्व हेड मोहर्रिर खुद आये कोतवाली और निकाल कर दी प्राचीन मूर्ति।
बता दें पूरनपुर कोतवाली के मालखाने से जिस मूर्ति को पिछले कई दिनों से पूरा पुलिस प्रशासन ढूढने की मसक्कत कर रहा था वह उसी मालखाने के एक बक्से से बरामद कर ली गयी।
वर्ष 2006 मूर्ति को मामला विचाराधीन होने के कारण कोतवाली पुरनपुर के मालखाने में रखा गया था, गैंगस्टर एक्ट के 17 साल पुराने मामले में भगवान गौतम बुद्ध की अष्टधातु की प्रतिमा कोर्ट में पेश नहीं हो सकी थी लापरवाही बरतने पर विशेष न्यायाधीश गैंगस्टर एक्ट चंद्र मोहन मिश्र ने कड़ा रुख अपनाया था गृह सचिव तक पहुंचाया गया मामला।
न्यायालय द्वारा बार बार कहने पर भी जब भगवान बुद्ध की मूर्ति को पेश नही किया गया तब न्यायालय द्वारा शासन को पत्र लिखा गया।
पत्र लिखे जाने के बाद कई दिन मूर्ति की मालखाने में ढूंढ़वाई गई लेकिन मूर्ति का कोई पता न चलने पर कई पूर्व में तैनात हेड मोहर्रिर से संपर्क किया गया
*मोहर्रिर पर की गई गबन का रिपार्ट*
बीते 24 मार्च को रिटायर्ड हेड मोहर्रिर अमरनाथ यादव समेत 7 और हेड मोहर्रिर पर गबन की रिपोर्ट दर्ज की गई।
*अमरनाथ यादव ने ही बताया मूर्ति कहाँ रखी है*
रिपार्ट के बाद अमरनाथ यादव द्वारा जानकारी दी गयी कि वह मूर्ति कोतवाली के मालखाने के ही एक बक्से में रखी हुई है
कोतवाल आशुतोष रघुवंशी ने बताया कि अष्टधातु की मूर्ति शनिवार को मिल गई है बताया गया कि पूर्व में तैनात रहे रिटायर्ड हेड मोहर्रिर अमरनाथ यादव को नोटिस द्वारा तलब किया गया था
शनिवार शाम कोतवाली पहुंचे अमरनाथ ने मूर्ति को बक्से से निकाल कर दिया है। मूर्ति को अब अदालत में पेश किया जाएगा। पीलीभीत से संवाददाता निखिल वर्मा की वन्दे भारत के लिए खास रिपोर्ट।
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