परिवहन विभाग की शह पर प्रशासन की नाक के नीचे चल रहे अवैध डग्गामार वाहन
अनुज्ञा प्राप्त बसें घाटे के कारण बंद होने की कगार पर
जवाहर कुशवाहा,रामपुरा ,जालौन । जनपद जालौन में डग्गामार वाहनों के अवैध संचालन से परमिट प्राप्त (अनुज्ञात) बसें सवारियां न मिल पाने के कारण बंद होने की स्थिति में पहुंच गई हैं ।
न्यू बुंदेलखंड बस ऑपरेटर वेलफेयर एसोसिएशन उरई द्वारा जिलाधिकारी जालौन को संबोधित प्रार्थना पत्र एवं मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत के माध्यम से अवगत कराया है कि जनपद में अनुज्ञात अर्थात परमिट प्राप्त बसों का विभिन्न मार्गो पर संचालन होता है जिन रूटों पर उक्त बसों का संचालन होता है उस पर किसी भी प्रकार के अवैध टेंपो , टैक्सी , ऑटो आदि का संचालन करके सवारियों का परिवहन नहीं किया जा सकता इसके बावजूद परिवहन विभाग की शह पर जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को चुनौती देते हुए पूरे जनपद में विना अनुज्ञा प्राप्त टेंपो ऑटो बेधडक अवैध रूप से यात्री परिवहन करके प्राइवेट बस संचालकों के हक पर खुलेआम डकैती डाल रहे हैं ।
इस मामले में आश्चर्यजनक तथ्य तो यह है की उरई में जहां से जनपद का पूरा सरकारी अमला रात दिन गुजरता है जैसे पुलिस अधीक्षक जालौन व मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय प्रवेश द्वार एवं जिला परिषद उरई गेट व जिलाधिकारी जालौन कार्यालय के प्रवेश द्वार के सामने अवैध डग्गामारी करने वाले वाहनों की कतार लगी रहती है इसी प्रकार कुठौन्द, जालौन , रामपुरा माधौगढ़, गोहन, जगम्मनपुर, कोच ,नदीगांव , कालपी व उरई में जजी गेट के सामने सड़क पर इस प्रकार के डग्गामार वाहन सड़क पर आड़े तिरछे खड़े होकर यात्रियों को अपने टेंपो ऑटो में बैठाने की प्रतिस्पर्धा करते हुए अव्यवस्था फैलाकर अशांति पैदा करते हैं एवं जिन मार्गों पर अनुज्ञा प्राप्त बसें चल रही हैं।
उन मार्गों पर अवैध डग्गामारी कर बस संचालको के आर्थिक हितों पर कुठाराघात कर रहे हैं इस कारण अनेक बस ऑपरेटर अरविंद दुबे, लक्ष्मीकांत ,संजय गुप्ता , जगदीश सिंह , रज्जू महाराज, मनोज कुमार , अरुण कुमार , राजू यादव, विकास सिंह , लाले महाराज आदि ने उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री व संभागीय परिवहन अधिकारी झांसी, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी उरई तथा संबंधित थानाध्यक्षों को प्रार्थना पत्र देकर एवं मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत करके अवैध ढंग से डग्गामारी करने वाले वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध लगाने की अपील की है लेकिन आश्चर्यजनक यह है कि बस ऑपरेटरों द्वारा की गई शिकायत पर एआरटीओ कार्यालय उरई द्वारा जो रिपोर्ट प्रस्तुत की गई वह अत्यधिक हास्यास्पद है ।
एआरटीओ कार्यालय उरई ने अपनी रिपोर्ट में संभागीय परिवहन अधिकारी को बताया गया कि दोनों प्रवर्तन दलों द्वारा शहर में अवैध रूप से संचालित टेंपो टैक्सी के विरुद्ध अभियान चलाया गया जिसमें 05 टेंपो टैक्सी के विरुद्ध चालान की कार्यवाही की गई एवं 10 टेंपो टैक्सी को चालान कर बंद करने की कार्यवाही की गई ।
समस्या बसों के रूट पर अवैध परिवहन की थी लेकिन कार्यवाही उरई शहर के अंदर चलने वाले वाहनों पर हुई इस प्रकार बस ऑपरेटरों की समस्या और शिकायत को निस्तारित कर दिया गया ।
उक्त ऑपरेटरों ने बताया कि यदि प्रशासन ने डग्गामार वाहनों के अवैध संचालन पर रोक नहीं लगाई तो हमारी बसों का स्टाफ (चालक,परिचालक,खलासी व इंचार्ज) व हम लोग भुखमरी की कगार पर पहुंच जाएंगे और मजबूरी में बसों का संचालन बंद करना पड़ेगा।
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