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HEALTH UPDATE: आजकल की lifestyle के कारण बढ़ते लकवा अर्थात पक्षाघात के कारण तथा उपयोगी टोटके

 

HEALTH UPDATE: आजकल की lifestyle के कारण बढ़ते लकवा अर्थात पक्षाघात के कारण तथा उपयोगी टोटके





AB डिजीटल डेस्क – क्यों मारता है लकवा? लकवा मारने के आम तौर पर 2 कारण माने जाते हैं, जिसमें एक है ब्रेन हैम्ब्रेज है यानी दिमाग में जाने वाली ब्लड का पाइप फट जाना. दूसरा कारण है कि दिमाग में खून की सप्लाई करने वाले पाइप में किसी न किसी तरह की ब्लॉकेज आ जाना. ज्यादातर मामलों में पाइप ब्लॉक होने की वजह से ये समस्या होती है.


ऐसा तब होता है जब शरीर में विटामिन बी-12 और बी कॉम्प्लेक्स की कमी हो जाती है। यह पूरी तरह से जीवनशैली में आए बदलाव का साइड इफेक्ट है। फिलहाल खान-पान में बदलाव इसका कारण माना जा रहा हैं। ठंड के समय में ब्रेन स्ट्रोक और लकवा के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है।

अधिकांश पक्षाघात स्ट्रोक या चोटों जैसे रीढ़ की हड्डी की चोट या टूटी हुई गर्दन के कारण होता है। पक्षाघात के अन्य कारणों में शामिल हैं: तंत्रिका रोग जैसे एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस। ऑटोइम्यून रोग जैसे गुइलेन-बर्रे सिंड्रोम।






1. राई, अकरकरा और शहद तीनो ६-६ ग्राम ले, राई और अकरकरा को कूट पीसकर कपड़छान कर ले तथा शहद में मिला ले। इसे दिन में 3-4 बार जीभ पर मलते रहे। लकवे में आराम मिलता हैं।


2. पच्चीस ग्राम छिला हुआ लहसुन पीसकर दूध में उबाले। खीर की तरह गाढ़ा होने पर उतारकर ठंडा होने पर खाए। पक्षघात में बहुत आराम मिलेगा।


3. सौंठ और उड़द उबालकर इसका पानी पीने से लकवा में बहुत आराम आता हैं, यह नुस्खा अनेक लोगो पर आजमाया हुआ हैं।




4. लहसुन की 5-6 कली पीसकर उसे पंद्रह ग्राम शहद में मिलाकर सुबह शाम लेने से लकवा में आराम मिलता हैं।


5. अदरक अथवा सौंठ को महीन पीसकर उसमे सेंधा नमक मिलाकर तत्काल रोगी को सुंघाए। पक्षाघात में आराम मिलेगा।


6. तुलसी की माला कमर में बांधे रखने से पक्षाघात का भय नहीं रहता।


7. उड़द, कौंच के बीज, अरण्ड की जड़, बला, हींग और सेंधा नमक -सभी बराबर मात्रा में लेकर काढ़ा बनाकर रोगी को दे। इस से पक्षाघात में आराम मिलता हैं। हाथ पैर काम करने लगते हैं।

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