जगत का कल्याण करने वाले देवाधिदेव महादेव हे शिव- रसिक पीठाधीश्वर महाराज
उमेश चौबे,उदयपुरा -रायसेन, श्री राम जानकी बड़ा मंदिर पर आयोजित सप्त दिवसीय शिव महापुराण की कथा के विश्राम दिवस पर अयोध्या धाम से पधारे रसिक पीठाधीश्वर महंत जनमेजय शरण दास जी, ने शिव महिमा की व्याख्या करते हुए बताया कि शिव भोले हैं, सहज, सरल, होने के साथ ही उनकी पूजा भी बड़ी सरल है, शिव, की सभी क्रियाएं जगत कल्याण के लिए की गई है देवो के महादेव शिव हैं, पुराण प्रवक्ता, सुरेंद्र शास्त्री, ने बताया कि शिव की पूजा के बिना अन्य देवता भी प्रसन्न नहीं होते, शिव सर्व शक्तिमान एवं शांति को प्रदान करने वाले देवता हैं,शिव विवाह के साथ ही, गणेश जन्म की कथा एवं गणेश के अपने माता पिता के प्रति श्रद्धा भाव को विस्तार पूर्वक व्याख्या करते हुए बताया कि श्री गणेश ने अपने माता पिता को ही प्रथम तीर्थ मानते हुए सात परिक्रमा कर पूरी पृथ्वी की परिक्रमा समान महत्व को प्रतिपादित कर दिया, गणेश परिक्रमा कथा से सिद्ध होता है, कि माता पिता सबसे बड़े प्रथम तीर्थ हैं ! कथा के पूर्व क्षेत्रीय विधायक देवेंद्र पटेल ने पादुका पूजन कर महाराज श्री से आशीर्वाद प्राप्त किया, मंदिर के कोठारी श्याम चरण दास जी, कविंद्र रघुवंशी एवं मूरतसिंह लोधी, ने पुराण पूजन कर मंगल महा आरती की जिसमें मानस विद्यापीठ अध्यक्ष चतुर नारायण रघुवंशी, जिला पंचायत प्रतिनिधि राम सिंह चंदेल, राम गोपाल वर्मा, मनीष रघु ,जसवंत पटेल, रमेश राय, परसोत्तम बडकुर, फूल सिंह धाकड़ ,ओंकार सिंह पटेल द्वारका पाठक, बृजेश रघु, गोविंद सिंह, रामगोपाल रोन्हा, मदन मेहरा ,जीएस वर्मा, सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने कथा श्रवण कर प्रसादी ग्रहण की।
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