सागर विकासखंड के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक शाला सागौनी भाट में पदस्थ शिक्षक को नहीं हिंदी वर्णमाला के स्वर व्यंजनों का भी ज्ञान नहीं है
उमेश चौबे,सागर।सागर विकासखंड के अंतर्गत आने वाली प्राथमिक शाला सागौनी भाट में पदस्थ शिक्षक शाला प्रभारी राकेश रायकवार को जानकारी का अभाव स्कूल में पदस्थ शाला प्रभारी से जब पूछा गया कि हिंदी वर्णमाला में स्वर और व्यंजन कितने होते हैं शिक्षक बताने में असमर्थ और बच्चों से जब पूछा गया तो 20 बच्चों में से कोई भी नहीं बता पाया क्योंकि जब शिक्षक को भी नहीं मालूम तो बच्चे कैसे बता पाएंगे और साथ ही जब पांचवी कक्षा के बच्चों से जब पूछा गया कि शिक्षक दिवस किसके उपलक्ष में मनाया जाता है बच्चों को नहीं मालूम स्कूल में बच्चे खाली जमीन पर बैठे पाये गये एवं शौचालय में गंदगी का अंबार है जिससे हम महसूस होता है कि शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी स्कूल चेक करने के नाम पर स्कूल तक पहुंचते ही नहीं तभी तो स्कूल के मैदान में बड़ी बड़ी घास लगी हुई है जिससे कि बच्चों को किसी बड़ी दुर्घटना के आशंका है यह खेल मैदान बच्चों के खेलने के लिए है जबकि खेल मैदान में उगी हुई घास कीड़े मकोड़े का डर बना रहता है जो की एक किसी बड़ी दुर्घटना कौन न्योता दे रहे हैं।
अब देखते हैं कि शिक्षा विभाग का कोई अधिकारी स्कूल चेक करने के लिए पहुंचता है या नहीं और साथ ही कोई कार्यवाही की जाएगी या नहीं।
मध्य प्रदेश शासन के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक तरफ तो बच्चों को लैपटॉप साइकिल और स्कूटी बांट रहे हैं लेकिन इन बच्चों को पढ़ने वाले शिक्षकों की ओर किसी का ध्यान नहीं है जब शिक्षकों को ही नहीं मालूम है तो बच्चे कैसे जानेंगे लाखों में सैलरी लेने वाले शिक्षक हिंदी वर्णमाला के स्वर व्यंजनों का ज्ञान नहीं है मध्य प्रदेश शासन जगह-जगह कम राज स्कूलों की स्थापना कर रहा है अगर शिक्षकों की यही स्थिति रही तो बच्चों का भविष्य आने वाले समय में गर्त में है।
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