आयुर्वेदिक औषधालय सियरमऊ में मरीजों को दवाइयां की जगह मिलती है धमकियां।आयुर्वेदिक अस्पताल से नदारत रहते है स्वास्थकर्मी।
मरीजों को नही मिलता उपचार, हो रहे परेशान।सियरमऊ में अक्सर बंद मिलता है आयुर्वेदिक औषधालय
उमेश चौबे ,सियरमऊ सिलवानी।खबर रायसेन जिले की तहसील सिलवानी अंतर्गत आने वाले आदिवासी बाहुल्य गांव सियरमऊ से हैं। जहा का आयुर्वेदिक औषधालय इन दिनों सुर्खियों में हैं। औषधालय के संचालन में कागजी खानापूर्ति की जा रही है। औषधालय अक्सर बंद रहता है। कस्बे सहित आसपास गांव से आने वाले मरीजों को उपचार नहीं पा मिल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि औषधालय में पांच कर्मचारी पदस्थ हैं जिनमें से अक्सर सीएचओ कविता लोधी और अरविंद देवरिया नदारत रहते हैं। जबकि कभी काभार कंपाउंडर अनीशा परवीन और पुष्पप्रभा यह दो ही कर्मचारी अस्पताल में देखे जाते हैं।जब इनके पास मरीज पहुंचते हैं और चिकित्सक न मिलने के कारण कविता लोधी को फोन लगाया जाता है। तो जवाब में केवल धमकियां दी जाती हैं। अनिता लोधी द्वारा कलेक्टर को अपना करीबी बताते हुए मरीजों से कहा जाता है अगर मेरी शिकायत की गई तो तुम्हारे ऊपर में कार्यवाही करवा दूंगी इसी प्रकार जब रिपोर्टर ने कविता लोधी से फोन कर संपर्क किया और अस्पताल से नदारत रहने का कारण पूछा तो उन्होंने कहा आप मुझे टॉर्चर कर रहे हैं। मेरी मर्जी में आऊं या ना आऊं तुम कौन होते हो मुझ से यह पूछने वाले। स्टाफ के नदारद रहने से आयुर्वेदिक औषधालय का कोई लाभ जरूरतमंद मरीजों को नही मिल रहा है। जब इस संबंध में सिलवानी एसडीएम प्रकाश नायक से बात की गई तब उन्होंने कहा जांच करवाएंगे जांच में दोषी पाए जाने वाले स्वस्थ कर्मियों पर कार्रवाई होगी।
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