-महिलाओं को हो थाने में अपनेपन का एहसास
-पुलिस आयुक्त ने किया बाबूपुरवा थाने का निरीक्षण
-2 घन्टे तक थाने पर रुककर देखा एक एक रजिस्टर
-बोले साफ सफाई ही है मच्छर जनित रोगों की दवाई
-पुलिसकर्मियों से बोले बाहर का नहीं मेस का खाना खाया करें
कानपुर। थाने पर शिकायत लेकर वही महिला आती है जिसकी घर पर सुनवाई नहीं होती और सामाजिक दबाव को छोड़कर अगर कोई महिला पुलिस की चौखट पर आती है तो उसे थाने के अंदर अपनेपन का एहसास हर हाल में होना चाहिए। ताकि वह अपनी पूरी बात निडरता से कह सके। यह बात बुधवार की शाम थाना बबूपुरवा का वाचन निरीक्षण करने के लिए पहुंचे पुलिस आयुक्त डॉ आर के स्वर्णकार ने कही।
अपने करीब 2 घंटे के निरीक्षण में पुलिस आयुक्त ने थाने के एक-एक रजिस्टर को चेक किया फिर चाहे वह अपराध रजिस्टर हो ड्यूटी रजिस्टर हो या माल खाने का रजिस्टर हो। हालांकि निरीक्षण के दौरान उन्हें लिखा पड़ी में कोई कमी नहीं मिली लेकिन जहां भी उन्हें सुधार की गुंजाइश दिखाई उसके लिए थाना प्रभारी को निर्देशित किया।
इस दौरान पुलिस आयुक्त ने परिसर की साफ सफाई को बारीकी से देखा और कहा कि कहीं भी घास फूस झाड़ झंकार और पानी न भरा हो क्योंकि साफ सफाई ही मच्छर जनित रोगों से लड़ने की कारगर दवाई है। पुलिस आयुक्त ने महिला हेल्प डेस्क में आने वाली महिला संबंधी शिकायतों के विषय में वहां तैनात पुलिस कर्मियों से कहा की अपने व्यवहार को इतना शालीन रखें कि पीड़ित महिला अपनी बात आपको अपना समझ कर बताएं और उसके मन में न्याय की आस और पुलिस पर विश्वास जागे।
निरीक्षण के दौरान जब पुलिस आयुक्त बैरक, कार्यालय, सीसीटीएनएस, हवालात देखने के बाद जब मेस पँहुचे तो उन्होंने पुलिस कर्मियों से कहा कि आप लोग होटल ढाबे और बाहर का खाना खाने से बचें सभी लोग मेस में ही खाना खाया करें और मेस का खाना पुलिस कर्मियों की पसंद का बनाया जाए वह भी पूरी साफ सफाई के साथ में। इसके बाद सभी चौकी इचांर्ज और विवेचना कर रहे पुलिस कर्मियों से कहा कि सभी लोग लंबित विवेचनाएं जल्द से जल्द पूरी करें।
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