नगर परिषद सिलवानी में आर टी आई के नियमों को ताक पर रखकर समय पर नहीं दी जा रही जानकारी
उमेश चौबे,सिलवानी।12 हजार की शुल्क जमा करने के बाद नगर परिषद सिलवानी जानकारी देने में कर रही है आनाकानी।सिलवानी नगर परिषद अपनी मनमानी के चलते सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी को देने में कर रही है आनाकानी शुल्क जमा किये हुए लगभग 45 दिन होने के बाद भी जब जानकारी मांगने जाते हैं तो अधिकारियों द्वारा समय की मांग की जाती है।
2005 सूचना का अधिकार के तहत जानकारी मांगना आम आदमी के लिए सम्भव नहीं क्यूंकि सिलवानी नगर परिषद द्वारा जब जानकारी मांगी गई तो उसकी शुल्क 12 हजार चुकाना पड़ी लेकिन आश्चर्य चकित करने वाली बात तो यह है कि शुल्क जमा करने के बाद भी जानकारी प्राप्त नहीं हो पा रही है
सवाल यहां यह है कि ऐसी क्या जानकारी है जिसकी कीमत 12 हजार चुकानी पड़ी।आखिर ऐसी कौन सी जानकारी मांगी गई है जिसको सार्वजनिक करने में नगर परिषद डर रहा है।इन सब सवालों के बीच नगर परिषद सिलवानी ने एक बार फिर एक हफ्ते का समय मांगा है।क्या इस बार जानकारी प्राप्त हो पायेगी या फिर कोई और बहाने से टाल दिया जाएगा।नगर परिषद द्वारा मांगी गई जानकारी को देने में लेट लतीफी करने में किसी विशेष जानकारी को छुपाया जा रहा है जिसके उजागर होने का डर के पीछे कोई बड़ा कारण है।
आखिर इस जानकारी में ऐसा क्या है जिसको छुपाने में नगर परिषद सिलवानी को इतना समय लग रहा है या क्या जानकारी देना है क्या छुपाना है जिसमें समय का बहाना बनाया जा रहा है।आखिर अब देखना यह है कि नगर परिषद सिलवानी सी एम् ओ सुनील जैन के आदेश को कर्मचारी कितना गंभीरता से लेते हैं या फिर एक हफ्ते बाद अलग समय मांगा जाएगा।
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