पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 121वीं जयंती पर सांसद हेमा मालिनी एवं जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मेले का आयोजन कर किसानों को किया गया जागरूक
अजय कुमार त्रिपाठी, मथुरा । माननीय पूर्व प्रधानमंत्री स्व० श्री चौधरी चरण सिंह जी के जन्मदिवस के अवसर पर आत्मा/कृषि सूचना तंन्त्र योजनान्तर्गत एक दिवसीय किसान मेला/किसान सम्मान दिवस का आयोजन उप कृषि निदेशक कार्यालय परिसर कृषि भवन मथुरा में माननीय सांसद श्रीमती हेमामालिनी जी, जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह तथा मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना की अध्यक्षता मे किया गया।
मेला/प्रदर्शनी मे कृषि विभाग के साथ-साथ पशुपालन, मत्स्य, उद्यान एवं अन्य विभागो के द्वारा 25 स्टॉल लगाई गयी एवं लगभग 800 कृषको द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यकम में जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने किसान भाईयों को संबांेधित करते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी एवं माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने हेतु विभिन्न जनकल्याणकारी योजनायें चलाई जा रही हैं, जिनका आप सभी सीधा लाभ ले सकते हैं।
जिलाधिकारी ने किसानों को मोटे अनाज/श्रीअन्न/मिलेट्स की खेती को बढ़ावा देने के लिए जागरूक किया और मोटे अनाज के विभिन्न फायदे बताये। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज के सेवन से विभिन्न प्रकार की बीमारियों से निदान मिलता है, स्वस्थ्य जीवन जीने के लिए हमे अपने और अपने बच्चों के भोजन की थाली में मोटा अनाज से बने व्यंजनों को शामिल करना चाहिए। जिलाधिकारी ने जैविक खेती हेतु किसानों को प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना मुख्य विकास अधिकारी, उप कृषि निदेशक रामकुमार माथुर, जिला कृषि अधिकारी अश्विनी कुमार सिंह, डा० सन्तराम भूमि संरक्षण अधिकारी, डा० प्रतिभा सचान उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, मनोज कुमार जिला उद्यान अधिकारी, सहायक निबन्धन सहकारी समितियाँ, आदि के द्वारा प्रतिभाग किया गया।
मेला/गोष्ठी में सर्वाधिक उत्पादन प्राप्त करने वाले जनपद के 32 प्रगतिशील कृषको को प्रमाण पत्र एवं शॉल देकर सम्मानित किया गया। प्रभारी वरिष्ठ वैज्ञानिक डा० बाई० के० शर्मा, डा० रवीन्द्र कुमार राजपूत, डा० बृजमोहन कृषि विज्ञान केन्द्र मथुरा के वैज्ञानिको के द्वारा तकनीकी खेती से सम्बन्धित कृषको को विस्तृत जानकारी दी गई तथा अश्विनी कुमार सिंह जिला कृषि अधिकारी द्वारा मंच संचालन किया गया और मिलेट्स व बाजार से सम्बन्धित विस्तृत जानकारी कृषको को दी गयी तथा पशुपालन, मत्स्य, उद्यान एवं अन्य विभागो के द्वारा अपने-अपने विभागों मे चलाई जा रही योजनाओ के सम्बन्ध मे अवगत कराया गया।
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